बॉलीवुड एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर ने बहुत कम वक्त में इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बना ली है। टीवी की दुनिया से फिल्मों का रुख करने वाली मृणाल ने साल 2014 में दो मराठी फिल्मों में काम किया लेकिन इन फिल्मों ने उन्हें वो पहचान नहीं दी।
नई दिल्ली, बॉलीवुड एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर ने बहुत कम वक्त में इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बना ली है। टीवी की दुनिया से फिल्मों का रुख करने वाली मृणाल ने साल 2014 में दो मराठी फिल्मों में काम किया, लेकिन इन फिल्मों ने उन्हें वो पहचान नहीं दी। इसके बाद मृणाल साल 2018 में मृणाल की फिल्म ‘लव सोनिया’ हिंदी और अंग्रेजी भाषा में रिलीज़ हुई। इस फिल्म में मृणाल की एक्टिंग को बहुत सराहा गया और इसके बाद एक्ट्रेस के हाथ लगी ऋतिक रोशन की फिल्म ‘सुपर 30’ जो पर्दे पर जबरदस्त हिट साबित हुई। लेकिन क्या आप जानते हैं सुपर 30 में काम करने के लिए मृणाल ने जॉन अब्राहम की सत्यमेव जयते का ऑफर ठुकरा दिया था। इस बात का खुलासा खुद एक्ट्रेस ने किया है।
पीपिंग मून से बात करते हुए मृणाल ने पूरा किस्सा बताया है। एक्ट्रेस ने बताया, ‘सुपर 30 की टीम को नहीं पता था कि मैं ‘लव सोनिया’ फिल्म में काम कर चुकी हैं। इसके बाद मैंने सुपर 30 साइन की। जब मैंने फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी थी तो मैं रोने लगी थी। मुझे शकुंतला देवी बहुत पसंद थीं, मैंने सोचा था कि इस फिल्म के जरिए मैं शायद किसी न किसी तरह से गणित से जुड़ जाऊंगी। लेकिन जब मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी और मेरा गणित से कोई संबंध नहीं था तो मैं निराश हो गई और मैंने खुद से पूछा कि ‘लव सोनिया’ जैसी फिल्म करने के बाद क्या मैं इसके लायक हूं? मैं घर गई फिर मैंने सोचा कि मैं ऐसी फिल्म का हिस्सा बनना चाहती जो दूसरी की ज़िंदगियों को प्रभावित करे, बच्चों को प्ररित करे फिर चाहें फिल्म में किरदार कुछ भी हो। मैंने सोच लिया कि मैं फिल्म में ऐसे सीन दूंगी कि लोग सुप्रिया को नहीं भूल पाएंगे’।
‘जब मैंने सुपर 30 साइन कर ली उसके बाद मेरी मुलाकात निखिल आडवाणी से हुई। उन्होंने मुझे कॉल किया और कहा कि उन्होंने इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में मेरी फिल्म ‘लव सोनिया’ देखी थी और उन्हें मेरा काम काफी पसंद आया था। उन्होंने मुझे मिलाप जाफरी की फिल्म ‘सत्यमेव जयते’ के लिए कॉल किया था, लेकिन मैं ये फिल्म नहीं कर सकती थी क्योंकि मैंने सुपर 30 साइन कर ली थी। जब सुपर 30 की शूटिंग खत्म हो गई उन्होंने मुझे एक और फिल्म के लिए बुलाया और वो थी ‘बटला हाउस’ इस फिल्म के लिए मेरा ऑडिशन भी नहीं लिया गया तब मुझे एहसास हुआ कि जिंदगी में मैंने कुछ तो हासिल किया है’।