UNSC बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर बोले, इंटरनेट आतंकवादी समूहों के टूलकिट में शक्तिशाली उपकरण

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधक समिति की दो दिनों की बैठक चल रही है। इस बैठक की शुरूआत मुंबई से हुई। आज यूएनएससी की बैठक का दूसरा दिन है। यह बैठक दिल्ली के ताज पैलेस में हो रही है।

 

नई दिल्ली,एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति (सीटीसी) की दो दिवसीय विशेष बैठक भारत में हो रही है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधक समिति की दो-दिवसीय विशेष बैठक, 28 अक्टूबर को भारत के मुंबई शहर से शुरू हुई। बैठक का दूसरे दिन का सत्र शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति की बैठक के दूसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य एकत्र हुए। इस दौरान आतंकवाद से बचने वाले लोगों, पीड़ितों और उनके परिवारों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया।

टैकनोलजी सस्ती और अधिक आसानी से होती हैं उपलब्ध संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि और आतंकवाद विरोधी समिति की अध्यक्ष, रुचिरा कंबोज ने दिल्ली के बैठक में कहा, ‘जैसे-जैसे अलग-अलग तरह की टैकनोलजी सस्ती और अधिक आसानी से उपलब्ध होती हैं, आतंकवादी विभिन्न उद्देश्यों के लिए नई तकनीक का उपयोग करते हैं।’

वर्तमान कार्यकाल में आतंकवाद शीर्ष प्राथमिकताओं में से एकjagran

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर आज के बैठक में भी शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा परिषद में हमारे वर्तमान कार्यकाल ने आतंकवाद को शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक बनते देखा है, और यही कारण है कि परिषद भारत में अपनी आतंकवाद-रोधी समिति की यह विशेष बैठक आयोजित कर रही है।’

दिल्ली में आतंकवाद निरोधी समिति की विशेष बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, ‘CTC की इस विशेष बैठक के लिए आज दिल्ली में आप सबकी उपस्थिति यहां पर हुई है जोकि UNSC के सदस्य, सदस्य देशों के आतंकवाद के महत्वपूर्ण और उभरते हुए पहलूओं पर ध्यान केंद्रीत करने को दर्शाती है।’

इंटरनेट आतंकवादी समूहों के टूलकिट में शक्तिशाली उपकरणबैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि समाज को अस्थिर करने के उद्देश्य से प्रचार, कट्टरता और षड्यंत्र के सिद्धांतों को फैलाने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आतंकवादियों और आतंकवादी समूहों के टूलकिट में शक्तिशाली उपकरण बन गए हैं।

तकनीकों का दुरुपयोग करते हैं आतंकवादीदिल्ली में आतंकवाद-रोधी समिति की विशेष बैठक में आतंकवाद विरोधी समिति के महासचिव व्लादिमीर वोरोनकोव ने कहा, ‘आतंकवादी अक्सर अपने एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए तकनीकों का दुरुपयोग करते हैं। जिससे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा कम हो रही है।’

 

समिति की इस विशेष बैठक के खास हैं मुद्दे इंटरनेट व सोशल मीडिया, आतंकवाद के लिये वित्त, और मानव रहित वायु प्रणालियां यानि ड्रोन इत्यादि। इस बैठक में आतंकी गुटों द्वारा नई व उभरती हुई प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल और उससे पनपने वाले खतरों पर चर्चा होगी। बैठक का दूसरे दिन का सत्र शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की यह बैठक सुबह 9.30 बजे से शाम 6.30 बजे तक दिल्ली के ताज पैलेस में हो रही है। बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस होगी। बीते दिन भी मुंबई के ताज होटल में ही बैठक हुई थी। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी पंद्रह सदस्य देशों के राजदूतों ने आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की थी। आज की इस बैठक में चीन के राजनयिक भी भाग लेंगे।

 

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सभी से मतभेदों से ऊपर उठने की अपील कीबता दें कि कल के बैठक में विदेश मंत्री डॉक्‍टर सुब्रहमण्‍यम जयशंकर ने आतंकवाद से निपटने के लिए सभी देशों से राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठने की अपील की है। मुंबई में संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति की विशेष बैठक के उदघाटन अवसर पर अपने संबोधन में डा. जयशंकर ने यह बात कही। उन्‍होंने कहा कि खेदजनक रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद राजनीतिक कारणों से कुछ मामलों में कार्रवाई करने में असमर्थ रही है।

 

हमें एकजुटता के साथ यह संदेश देना चाहिए- विदेश मंत्री जयशंकरउन्होंने कहा कि यह हमारी सामूहिक विश्वसनीयता और सामूहिक हितों को कमजोर करता है। विदेश मंत्री ने इस बात पर नाखुशी व्‍यक्‍त की कि 26/11 के हमलों के प्रमुख साजिशकर्ताओं को अभी भी सजा नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हमला केवल मुंबई पर नहीं हुआ बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर हुआ। उन्होंने कहा कि हत्‍याओं से पहले विशिष्ट देशों के नागरिकों की पहचान की गई थी।

 

डा. जयशंकर ने कहा कि हमें एकजुटता के साथ यह संदेश देना चाहिए कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराने और उन्‍हें न्याय के कठघरे में खडा करने से कभी नहीं चूकेगा। डाक्‍टर जयशंकर ने कहा कि भले ही दुनिया के कई क्षेत्र आतंकवाद से त्रस्त हों, लेकिन भारत दूसरों के मुकाबले इसकी कीमत अधिक समझता है। डा. जयशंकर ने समिति के विचार के लिए 5 सूत्रीय एजेंडा भी पेश किया।

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