उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए फैसला लिया गया है कि सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय 15 मई तक पूरी तरह से बंद रहेंगे। यहां तक कि ऑनलाइन पढ़ाई भी 15 मई तक स्थगित रहेगी।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए फैसला लिया गया है कि सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय 15 मई तक पूरी तरह से बंद रहेंगे। कॉलेजों में छात्र-छात्राओं, शिक्षक व अधिकारियों की उपस्थिति नहीं होगी। यहां तक कि ऑनलाइन पढ़ाई भी 15 मई तक स्थगित रहेगी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने यह कदम उठाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ बैठक में कई निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में उन्होंने प्रदेश के सभी उच्च शिक्षण संस्थाओं जैसे राज्य विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेज को 15 मई तक पूरी तरह से बंद करने का निर्देश दिया है। इस दौरान सभी ऑनलाइन क्लासेस भी स्थगित रहेंगी। इससे पहले सरकार ने तीन मई को ही प्रदेश में छह मई की सुबह सात बजे तक लॉकडाउन घोषित किया है। इस दौरान भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए पिछले वर्ष की तरह एक बार भी ई-पास जारी करने का निर्णय किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 अप्रैल को जारी शासनादेश में निर्देश दिया था कि विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों की प्रायोगिक व अन्य परीक्षाएं 15 मई तक स्थगित रखी जाएं। साथ ही कॉलेज परिसर में शिक्षक व कर्मचारियों की सीमित संख्या में उपस्थिति हो। विशेष सचिव मनोज कुमार ने उक्त आदेश में संशोधन किया है। अब प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग की ओर से सभी विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों को 15 मई तक पूरी तरह से बंद करने का आदेश दिया गया है।
विशेष सचिव मनोज कुमार ने निर्देश दिए हैं कि कॉलेज परिसर में किसी छात्र-छात्रा, शिक्षक, कर्मचारी या फिर अधिकारी की उपस्थिति नहीं होगी। इस अवधि में ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रहेंगी। ज्ञात हो कि शासन ने इसके पहले बेसिक व माध्यमिक स्तर के सभी स्कूलों को बंद कर चुका है। बेसिक स्कूलों में 20 मई व माध्यमिक कॉलेजों में 15 मई तक ऑनलाइन पढ़ाई भी स्थगित की जा चुकी है।