उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) परीक्षा 2021 में प्रोन्नत करने के साथ दिए अंक से असंतुष्ट छात्र और छात्राओं के लिए अंक सुधार परीक्षा करा रहा है। यह परीक्षा शनिवार से शुरू हो रही है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) परीक्षा 2021 में प्रोन्नत करने के साथ दिए अंक से असंतुष्ट छात्र और छात्राओं के लिए अंक सुधार परीक्षा करा रहा है। यह परीक्षा शनिवार से शुरू हो रही है। इसके लिए कुल 79286 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रदेश में 590 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैैं। परीक्षा दो पालियों में संपन्न होगी, जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
वर्ष 2021 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा यूपी बोर्ड ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण नहीं कराई थी। शासन के फैसले के मुताबिक दोनों कक्षाओं के करीब 56 लाख छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया गया था। बोर्ड ने इसके लिए विद्यालयों से प्री बोर्ड और पूर्व की कक्षाओं में मिले अंक मंगाए और तय किए गए फार्मूले के आधार पर विद्यार्थियों को अंक प्रदान किए थे। इस अंक से हजारों छात्र-छात्राएं संतुष्ट नहीं थे। इसके लिए बोर्ड से उनसे आवेदन लिए और अंक सुधार की परीक्षा तय कर दी।
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार 18 सितंबर से शुरू हो रही अंक सुधार परीक्षा में हाईस्कूल के 37931 और इंटरमीडिएट के 41355 परीक्षार्थी शामिल होंगे। प्रथम पाली की परीक्षा सुबह आठ से सवा दस बजे और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो से सवा चार बजे तक होगी। हाईस्कूल की चार अक्टूबर और इंटरमीडिएट की परीक्षा छह अक्टूबर को खत्म होगी।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की अंक सुधार परीक्षा में शामिल हो रहे परीक्षार्थियों को मिलने वाला अंक ही अंतिम माना जाएगा। यानी कि यदि फेल हो गए तो फेल माने जाएंगे। प्रदेश के सभी केंद्रों पर नकल विहीन परीक्षा कराने के प्रबंध किए गए हैं। अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए एसटीएफ तैनात की जाएगी। नकल पर शिकंजा कसने के लिए जरूरत के अनुसार एलआइयू द्वारा भी निगरानी कराई जाएगी। पहले दिन सुबह पाली में हाईस्कूल और दूसरी पाली में इंटर में हिंदी विषय की परीक्षा होगी।