उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जनपद के जैतपुर थाने के एक गांव की छात्रा के साथ हुआ था सामूहिक दुष्कर्म।आराेपित हाथ नहीं आ रहे थे तो पुलिस उनके घर बुलडोजर लेकर पहुंच गई। इसके बाद सभी आरोपितों ने सरेंडर कर दिया।
अंबेडकरनगर, बुलडोजर का खौफ अपराधियों के मन में गहरे तक बैठा है। पुलिस अब हथियारों के बजाय सीधी कार्रवाई के लिए बुलडोजर लेकर निकल रही है। गुरुवार को भी ऐसा ही हुआ। सामूहिक दुष्कर्म के आराेपित हाथ नहीं आ रहे थे तो पुलिस उनके घर बुलडोजर लेकर पहुंच गई। फिर क्या था, एक-एक कर पांचों आरोपित भागते हुए आत्मसमर्पण करने थाने पहुंच गए। इस तरह का जिले में यह पहला मामला है।
जैतपुर थाने के एक गांव में बीते 29 मार्च की रात इंटर की छात्रा पढ़ाई कर रही थी। रात करीब 11 बजे वह घर से नित्यक्रिया के लिए निकली तो बाहर घात लगाए बैठे दो युवक उसे पकड़ कर बाग में उठा ले गए। यहां अन्य युवकों ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद इसका वीडियो भी बना लिया। घर पहुंचकर युवती ने परिवार वालों को आपबीती सुनाई।
युवती और आरोपितों के एक ही बिरादरी के होने के नाते प्रधान के घर पंचायत होने के बाद मामले को पुलिस में न ले जाने का निर्णय हुआ और इसे रफा-दफा कर दिया गया। इसी बीच आरोपितों ने दुष्कर्म का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। मामला सार्वजनिक होने पर पीड़ित छात्रा ने थाने में तहरीर दे दी। बुधवार को पुलिस ने आरोपित जयहिंद यादव, रविप्रकाश यादव, कमलेश यादव, रमेश यादव, शुभम, विजय कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित रविप्रकाश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
गुरुवार को पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस आरोपितों के घर बुलडोजर लेकर पहुंच गई। आनन-फानन में परिवारजन के फोन घनघनाने शुरू हो गए। घर ढहाए जाने के डर से महज आठ घंटे के भीतर आरोपित कमलेश, शुभम शुक्ल, रमेश, विजय कुमार और जयहिंद ने थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि बुलडोजर के भय से फरार आरोपितों ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। सभी को जेल भेज दिया गया है।