लखनऊ में आर्थिक तंगी के चलते एक युवक ने आत्महत्या कर ली। मां को लिखा मुझे माफ करना अगले जन्म में भी तुम्हारा बेटा बनूं और फांसी लगा ली। घर के अंदर फंदे में उसका शव लटका मिला।
लखनऊ, मां मुझे माफ करना, अगले जन्म में भी तुम्हारा ही बेटा बनू। इस जन्म में जो कार्य अधूरे रह गए हैं अगले में तुम्हारा अच्छा बेटा बनकर पूरा करुंगा। सुसाइड नोट में यह बातें लिखकर अलीगंज के मेहंदी टोला में 30 वर्षीय रत्नेश उर्फ रवि ने फांसी लगा ली। गुरुवार सुबह घर के अंदर फंदे में उसका शव लटका मिला। मेहंदी टोला निवासी रत्नेश एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे।
गुरुवार सुबह रत्नेश के देर तक सोकर न उठने पर उनके पिता श्यामलाल जगाने पहुंचे। काफी देर तक दरवाजा खटखटाते रहे। कोई उत्तर न मिलने पर पड़ोसियों को बुलाया। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। कमरे में फंदे पर रत्नेश का शव लटका देख पिता और मां की चीख निकल पड़ी। सूचना पर अलीगंज पुलिस पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मौके से एक सुसाइडनोट मिला है। जिसमें रत्नेश ने लिखा कि मां मुझे माफ कर देना। मेरी बेटी का ख्याल रखना। इस जन्म में जो कार्य अधूरे रह गए हैं वह अगले जन्म में पूरा करूंगा। अगले जन्म में भी मैं तुम्हारा बेटा बनू मां। परिवारजन ने बताया कि रत्नेश एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। कोरोना काल में रत्नेश की नौकरी छूट गई थी। उसके बाद से वह परेशान था। घटना के समय पत्नी सौम्या प्रधान मायके गई थीं।