अमेरिका में भीषण गर्मी बन रही लोगों का काल, ऑरेगॉन में अब तक जा चुकी है 116 लोगों की जान,

अमेरिका में पड़ रही भीषण गर्मी कई लोगों की जान ले चुकी है। आलम ये है कि सरकार को इससे इमरजेंसी हालात की तरह निपटना पड़ रहा है। ऑरेगॉन में इसका सबसे अधिक असर देखा जा रहा है।

 

पोर्टलैंड (एपी)। अमेरिका में इन दिनों भीषण गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। भीषण गर्मी की वजह से देश के कई राज्‍यों में लोगों की जान चली गई है। ऑरेगॉन में इसकी वजह से अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां पर चलने वाली लू लोगों के जीवन पर काल साबित हो रही है। स्‍टेट मेडिकल एग्‍जामिनर ने बुधवार को जो अपडेट लिस्‍ट जारी की है उसके मुताबिक इस सप्‍ताह इसमें नौ लोगों की मौत का इजाफा हो चुका है।

लू की चपेट में आकर मरने वालों में जहां सबसे कम उम्र का व्‍यक्ति 37 वर्षीय था, वहीं सबसे उम्र दराज व्‍यक्ति की उम्र 97 वर्ष थी। पोर्टलैंड के मुल्‍टनोमाह काउंटी में लू का जबरदस्‍त असर देखा जा रहा है। यहां पर ही इसकी वजह से सबसे अधिक मौतें भी हुई हैं। अधिकारियों का कहना है कि यहां पर अधिकतर लोगों के पास एयर कंडीशन की सुविधा नहीं है और न ही यहां पर घरों में पंखे हैं। इसकी वजह से भी यहां पर होने वाली मौतों में इजाफा हो रहा है।

गवर्नर केट ब्राउन ने सभी एजेंसियों को हालात से मुकाबले के लिए सभी कवायद करने के आदेश दिए हैं। उन्‍होंने एजेंसियों से ये भी पूछा है कि ऑरेगॉन में इस तरह के इमरजेंसी हालात में क्‍या किया जाना चाहिए जिससे हालात सुधर सकें। इसके अलावा उन्‍होंने इस भीषण गर्मी से सरकारी कर्मचारियों और खेतों में काम कर रहे किसानों को बचाने को भी कहा है। 26 जून को यहां पर खेत में काम करने वाले मजदूर की जान भीषण गर्मी की वजह से चली गई थी।

पोर्टलैंड का तापमान इस वक्‍त सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। पिछले तीन दिनों में ही ऑरेगॉन,वाशिंगटन, ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में हालात काफी खराब हुए हैं। भीषण गर्मी और लू की वजह से अब तक सैकड़ों जानें जा चुकी हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने तापमान के इस कदर बढ़ने की वजह क्‍लाइमेट चेंज को माना है। उनका कहना है कि उत्‍तर पश्चिम में तेज दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से ऐसा हो रहा है। इसके अलावा क्‍लाइमेट चेंज इसकी एक बड़ी वजह बना है। सिएटल, पोर्टलैंड और दूसरी जगहों पर भी इस वक्‍त पारा पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है। कई जगहों पर तापमान 115 डिग्री फारेनहाइट तक जा पहुंचा है।

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