अलीगढ़ में बेहद जहरीली हुई देशी शराब के सेवन से अब तक 53 की मौत,

अलीगढ़ में देशी शराब मौत की मदिरा साबित हुई है। देशी शराब के सेवन से यहां पर अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि प्रशासन के आंकड़े की सुई 25 पर टिकी हुई है। चार शवों का बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार किया गया।

 

अलीगढ़,  देश की सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों में 53वें नम्बर पर स्थापित अलीगढ़ में देशी शराब का कहर जमकर बरपा है। यहां पर देशी शराब के सेवन से गुरुवार रात से शुरू हुआ मौत का सिलसिला रविवार सुबह तक जारी है। अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि जिला अस्पताल में भर्ती एक दर्जन से अधिक लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

अलीगढ़ में देशी शराब मौत की मदिरा साबित हुई है। देशी शराब के सेवन से यहां पर अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि प्रशासन के आंकड़े की सुई 25 पर टिकी हुई है। चार शवों का बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार किया गया है। स्वजन का दावा है कि जहरीली शराब पीने से ही इन चार लोगों की मौत हुई है। इस प्रकरण में शनिवार को जिला पंचायत सदस्य सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छह लोगों को पुलिस पहले ही पकड़ चुकी है। सर्वाधिक मौतों वाले लोधा क्षेत्र के थाना प्रभारी अभय कुमार शर्मा को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। पूरे प्रकरण की जांच एसपी क्राइम राजेश श्रीवास्तव को सौंपी गई है। 50 हजार के इनामी शराब माफिया ऋषि शर्मा की पत्नी जिला पंचायत सदस्य रेनू शर्मा और भाई कपिल शर्मा को गिरफ्तार किया है।

अलीगढ़ में गुरुवार शाम को लोधा के करसुआ, खैर के अंडला व जवां के छेरत में लोगों ने अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। शराब पीने के बाद रात में लोगों की हालत बिगड़ी और मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। शुक्रवार रात तक 27 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे में प्रशासन ने देसी शराब के ठेकों को बंद करने के आदेश दिए। दावा भी किया कि अब कहीं शराब नहीं बिक रही है। इसके बावजूद पिसावा के शादीपुर व जट्टारी में लोगों ने शराब खरीदी। इन सभी ने रात में शराब पी, जिससे शनिवार सुबह शादीपुर में छह लोगों की मौत हो गई। इन सभी के स्वजन ने चार शवों का बिना पोस्टमार्टम ही अंतिम संस्कार कर दिया। लोधा में 11, खैर में दो, जवां में दो, टप्पल में चार, गभाना में तीन व पिसावा में दो मौतें हुई हैं।

रैपर व ढक्कन बरामद

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि छह आरोपित पकड़े जा चुके हैं। जिला पंचायत सदस्य रेनू शर्मा का नाम मुकदमे में नहीं था, लेकिन वह जवां थाने में दर्ज मुकदमे में प्रकाश में आई है। उसकी निशानदेही पर देसी शराब की बोतल के 150 ढक्कन, गुड इवनिंग ब्रांड के 200 रैपर और 150 सील ढक्कन भी मिले हैं। कपिल शर्मा जवां में दर्ज मुकदमे में नामजद था। 50-50 हजार के इनामी ऋषि शर्मा और विपिन शर्मा समेत अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। ऋषि शर्मा ब्लाक प्रमुख रह चुका है।

दो मामले और दर्ज

मामले में दो और रिपोर्ट स्वजन ने दर्ज कराई है। थाना पिसावा और थाना टप्पल मेें चार-चार लोगोंं को नामजद किया गया है। चार नामजदों को हिरासत में ले लिया गया है। अब तक कुल पांच मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें 20 लोग नामजद हैं।

आबकारी विभाग के कई बड़े अफसरों की मिलीभगत

मिलावटी व जहरीली शराब का कारोबार आबकारी विभाग की मिली भगत से ही चल रहा था। इसकी संयुक्त जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह व एसएसपी कलानिधि ने शासन को भेजी है, जिसमें आबकारी विभाग के सिपाही से लेकर जिला स्तरीय अफसरों तक की मिलीभगत बताई गई है। कुछ पुलिस कॢमयों की भी भूमिका संदिग्ध मिली है। डीएम ने बताया कि शासन को प्राथमिक गोपनीय जांच रिपोर्ट भेज दी गई है। कई अफसरों की जिम्मेदारी तय की गई है।

शुक्रवार की देर रात सेे शनिवार तक मरने वालों के नाम

बाबू लाल, करसुआ प्लांट, मूल निवासी गोपालपुरा, थाना जूनी, जिला टोंक राजस्थान, अशोक तिवारी, करसुआ प्लांट, मूल निवासी पारावातूपुर, थाना अखंड नगर (सुलतानपुर), अजय,-राकेश कश्यप, खुशहाली राम, कुलदीप बंसल, शिवकुमार, हरिओम, ओमप्रकाश, मूलचंद, सतीश, विशेष शर्मा, विनोद, सुरेश, रामचरन, मनोज कुमार, गंगाराम, अशोक, कालीचरन सभी निवासी अलीगढ़।

गांवों में मुनादी

गभाना, खैर, लोधा, जवां व पिसावा थाना क्षेत्रों में शराब पीकर मौतें हुई हैं। इन थाना क्षेत्रों के गांवों में शनिवार को प्रशासन ने प्रधानों के सहयोग से मुनादी कराई, जिसमें कहा गया कि एक सप्ताह के अंदर खरीदी गई शराब का सेवन न करें।

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