आम आदमी पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 30 प्रत्याशियों की तीसरी सूची घोषित कर दी। अब तक कुल 200 प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। पहले सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन अब पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
लखनऊ, आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 30 प्रत्याशियों की तीसरी सूची घोषित कर दी। अब तक कुल 200 प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। बाकी प्रत्याशियों के नाम पर मंथन चल रहा है। तीसरी सूची में सबसे ज्यादा पिछड़ा वर्ग के 11 लोगों को, नौ ब्राह्मण, पांच अनुसूचित जाति, एक मुस्लिम, एक राजपूत और एक कायस्थ को टिकट दिया है। पहले सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन अब पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि बाकी बचे प्रत्याशियों के नाम जल्द घोषित होंगे। यह विधान सभा प्रभारी के रूप में दिल्ली में विकास के केजरीवाल माडल को जन-जन तक पहुंचाएंगे। घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने, किसानों को मुफ्त बिजली और बकाया बिल माफ करने के साथ-साथ बेरोजागारों को हर महीने पांच हजार रुपये बेरोजागारी भत्ता देने और हर साल 10 लाख नौकरी देने का वादा किया गया है।
आम आदमी पार्टी ने 30 संभावित प्रत्याशियों की सूची में पिछड़ा वर्ग को सर्वाधिक प्रतिनिधित्व दिया गया है। 30 में से 11 पिछड़ा वर्ग के लोगों को विधानसभा प्रभारी बनाया गया है। सूची में अयोध्या की रुदौली विधान सभा क्षेत्र से मनोज कुमार मिश्र, उन्नाव की बांगरमऊ विधान सभा क्षेत्र से सत्येंद्र यादव, कानपुर की कल्याणपुर सीट से अनुज शुक्ल और लखीमपुर खीरी की मोहम्मदी सीट से रविकांत तिवारी को तिवारी प्रमुख हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने बताया कि पार्टी की ओर से तय प्रक्रियाओं का पालन करते हुए तीस संभावित प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी की गई है। इसमें सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। इसमें अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता सहित किसान, नौजवान सभी का ख्याल रखने की कोशिश की गई है। ये सभी लोग अपने विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी बनाए गए हैं और इनकी जिम्मेदारी पार्टी की रीति-नीति को जन-जन तक ले जाने की होगी। पार्टी की ओर से तय अभियान को सफलता पूर्वक अपने क्षेत्र में संचालित करना भी इनकी अहम जिम्मेदारी होगी।