आरबीआइ अपनी डिजिटल करेंसी को जल्द से जल्द बाजार में उतारने की तैयार में है। उम्मीद की जा रही है कि 2023 में इसकी शुरुआत हो जाएगी। आरबीआई सरकार से पहले ही क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुका है।
मुंबई, बिजनेस डेस्क। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत में डिजिटल मुद्रा का परीक्षण करने के लिए सीमित उपयोग के साथ जल्द ही ई-रुपये का पायलट लॉन्च शुरू करेगा। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर एक कॉन्सेप्ट नोट में आरबीआई ने कहा कि इस तरह के पायलट लॉन्च की सीमा और दायरे का विस्तार होने के साथ RBI समय-समय पर ई-रुपये की विशेषताओं और लाभों के बारे में जानकारी देता रहेगा।
कॉन्सेप्ट नोट में प्रौद्योगिकी और डिजाइन के अलावा डिजिटल रुपये के संभावित उपयोग और जारी करने के सिस्टम जैसे बिंदुओं पर भी चर्चा की गई है। आरबीआई ने कहा है कि वह बैंकिंग सिस्टम, मौद्रिक नीति और वित्तीय स्थिरता पर सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के शुरुआती प्रभावों की जांच कर रहा है। आरबीआई गोपनीयता के मुद्दों का विश्लेषण कर रहा है।
जोखिम रहित लेन-देन के लिए आरबीआई का कदमकॉन्सेप्ट नोट में प्रौद्योगिकी और डिजाइन विकल्पों, डिजिटल रुपये के संभावित उपयोग और जारी करने के तंत्र जैसे प्रमुख विचारों पर भी चर्चा की गई है। आरबीआई का कॉन्सेप्ट नोट बैंकिंग प्रणाली, मौद्रिक नीति और वित्तीय स्थिरता के हर पहलू पर विचार करेगा। यह केंद्रीय बैंक की जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों को एक भरोसेमंद और बिना किसी जोखिम के डिजिटल मनी का एक्सपीरिएंस प्रदान करेगा। आरबीआई ने कहा कि यह उपयोगकर्ताओं को क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े किसी भी जोखिम के बिना, डिजिटल रूप में मुद्रा में लेनदेन का समान अनुभव प्रदान करेगा।