पीटरसन ने कहा आप इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट के गर्त में जाने के लिए आइपीएल को दोष नहीं दे सकते और यह पागलपन है। मैंने इस पर काफी प्रतिक्रिया दी है और इसके लिए इंग्लैंड की क्रिकेट प्रणाली में कमी है साथ ही काउंटी क्रिकेट में कुछ खामी है।
मस्कट, प्रेट्र। एशेज टेस्ट सीरीज 2021-22 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को आस्ट्रेलिया के हाथों 4-0 से हार का सामना करना पड़ा। एशेज टेस्ट सीरीज में मिली इस हार को लेकर इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने कहा कि इसके लिए आइपीएल को दोष देना बेवकूफी है। दरअसल इंग्लैंड के पूर्व महान खिलाड़ी डेविड गावर इंग्लैंड टीम की एशेज में हार के बाद बेहद नाराज थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा कप्तान जो रूट के पास ऐसे खिलाड़ी थे जो आइपीएल के कारण उपलब्ध नहीं थे।
उनके इस बयान के बाद एशेज टेस्ट सीरीज को 2005, 2009, 2010-11 और 2013 में जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे केविन पीटरसन ने इस पर हंसते हुए कहा कि यह बेवकूफी है। आप इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट के गर्त में जाने के लिए आइपीएल को दोष नहीं दे सकते और यह पागलपन है। मैंने इस पर काफी प्रतिक्रिया दी है और इसके लिए इंग्लैंड की क्रिकेट प्रणाली में कमी है साथ ही काउंटी क्रिकेट में कुछ खामी है। लीजेंड्स लीग क्रिकेट में वर्ल्ड जायंट्स का प्रतिनिधित्व कर रहे पीटरसन ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग को दोष देना पागलपन है क्योंकि अगर आप टेस्ट टीम पर नजर डालते हैं, तो शायद बेन स्टोक्स, जानी बेयरस्टो और जोस बटलर ही आइपीएल में खेलते हैं।
आइपीएल में दिल्ली की फ्रेंचाइजी का हिस्सा रहे पीटरसन ने कहा कि शायद ही टेस्ट टीम का कोई खिलाड़ी आइपीएल खेलता हो। तो आप आइपीएल को कैसे दोष दे सकते हैं? आप आइपीएल को दोष नहीं दे सकते। यह पागलपन है। वन्यजीव संरक्षणवादी पीटरसन ने एक-सींग वाले गैंडों को बचाने की मुहिम में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में भारत की सराहना की। उन्होंने इससे पहले भारत के वन्यजीवों के अवैध शिकार पर नकेल कसने और उनकी रक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि एक संरक्षणवादी होने के नाते, मैं अफ्रीका में बहुत समय बिताता हूं। वहां गैंडों की आबादी घट रही है और भारत में गैंडों की आबादी बढ़ रही है। भारत इस मामले में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।