बिहार में जल्द ही इंजीनियरिंग व पॉलीटेक्निक छात्रों को बड़े पैमाने पर रोजगार देने आइटी कंपनियां आ रहीं हैं। इसके लिए बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने पहल की है। राज्य सरकार ने 18 कंपनियों को प्लेसमेंट के लिए बुलाया है।
पटना, कोरोनावायरस संक्रमण के इस संकट भरे दौर में भी बंपर रोजगार को लेकर यह गुड न्यूज है। बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलीटेक्निक संस्थानों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए आइटी एवं ऑटोमोबाइल समेत अन्य कई सेक्टर की कंपनियां बंपर प्लेसमेंट देने आ रहीं हैं। अभी तक सात कंपनियों ने प्लेसमेंट के लिए सहमति दे दी है। इसकी पहल राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने की है। हालांकि, सरकार के स्तर पर करार संबंधी कुछ औपचारिकताएं बाकी हैं। सरकार ने 18 कंपनियों को प्लेसमेंट के लिए आमंत्रित किया है।
युवाओं को रोजी-रोजगार के लिए दक्ष बनाने में जुटी सरकार
उद्योग क्षेत्र की मांग के अनुरूप सरकार राज्य के युवाओं को रोजी-रोजगार के लिए दक्ष बनाने में जुटी हुई है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आइटी, ऑटोमाबाइल, इलेक्ट्रॉनिक और ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों ने प्लेसमेंट के लिए अपनी स्वीकृति दी है। इसी तरह मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को रोजगार मिलने में दिक्कत न हो, इसे ध्यान में रखते हुए पावर प्लांट इंजीनियरिंग क्वालिटी कंट्रोल, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की कंपनियों को पत्र लिखा गया है। राज्य में अगले साल तक सभी 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के अलावा 44 पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्लेसमेंट की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी जाएगी। इसके अलावा प्रदेश में निजी क्षेत्र में भी 17 इंजीनियरिंग कॉलेज एवं 27 पॉलीटेक्निक संस्थान हैं।
विद्यार्थियों के लिए स्थानीय निकायों में इंटर्नशिप की व्यवस्था
विज्ञान व प्रौद्योगिक विभाग द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए स्थानीय निकायों में इंटर्नशिप की व्यवस्था की जा रही है। नामचीन एजेंसियां आधारभूत संरचनाओं के रखरखाव की जरूरत को देखते हुए युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण की कार्ययोजना तैयार करेंगी। उद्योग क्षेत्र की मांग के अनुरूप युवाओं को रोजगार के लिए कैसे तैयार किया जाए, इसे ध्यान में रखते हुए हर जिले में मेगा स्किल सेंटर और हर प्रमंडल में टूल रूम स्थापित करने का प्रावधान किया जा रहा है। इसी तरह सभी सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेज को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में तैयार किया जाएगा।
पिछले साल चार सौ विद्यार्थियों का हुआ था प्लेसमेंट
बिहार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार बताते हैं कि राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्लेसमेंट की व्यवस्था की जा रही है। पिछले साल भी प्लेसमेंट के लिए कंपनियां आई थीं। तब करीब चार सौ विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हुआ था। आने वाले दिनों में और कंपनियां बिहार आएं, इसकी व्यवस्था की जा रही है, ताकि विद्यार्थियों को रोजगार के लिए राज्य के बाहर नहीं जाना पड़े।