पिछले दिनों पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में पीओके मामलों के मंत्री और पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के नेता अली अमीन गंडापुर ने महंगाई नियंत्रित करने के लिए लोगों को अजीबोगरीब सलाह दी। उन्होंने पाक के लोगों को कम रोटी खाने और चाय में कम चीनी डालने की सलाह दे डाली।
इस्लामाबाद, एजेंसी। दुनियाभर के तमाम देशों में इस समय महंगाई चरम पर है। इस पर लगाम लगाने के लिए सरकारें कई उपाय कर रही हैं। लेकिन पाकिस्तान का हाल बहुत बुरा है। ऐसे में वहां के नेताओं के बयान लोगों की परेशानी बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। हाल में इमरान सरकार में एक मंत्री ने ऐसा बयान दिया, जिससे लोग उनपर भड़क गए। उन्होंने लोगों को महंगाई से निपटने की अजीबोगरीब सलाह दे डाली, इसके बाद वे लोगों के निशाने पर आ गए। सोशल मीडिया पर लोगों ने तमाम प्रतिक्रियाएं दी। यहां तक कि लोगों ने इमरान खान को ऐसे मंत्री को हटाने की सलाह दी।
दरअसल, पिछले दिनों पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में ‘पीओके मामलों’ के मंत्री और पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के नेता अली अमीन गंडापुर ने महंगाई नियंत्रित करने के लिए लोगों को देश के लिए कुर्बानी देने की अजीबोगरीब सलाह दी। उन्होंने पाक के लोगों को ‘कम रोटी खाने और चाय में कम चीनी डालने’ की सलाह दे डाली। इतना ही नहीं, इस दौरान अली अमीन गंडापुर ने लोगों को महंगाई से बचने के लिए कई अन्य सलाह भी दिए।
एक सभा को संबोधित करते हुए अली अमीन ने कहा कि अगर मैं चाय में चीनी के सौ दाने डालता हूं और नौ दाने कम डाल दूं, तो क्या वह कम मीठी हो जाएगी। क्या हम अपने देश के लिए अपनी आत्मनिर्भरता के लिए इतनी सी कुर्बानी भी नहीं दे सकते। अगर मैं रोटी के सौ निवाले खाता हूं तो उसमे नौ निवाले कम नहीं कर सकता हूं, इसलिए इसका उपयोग कम किया जाना चाहिए।इससे पहले ऐसी ही सलाह 1998 में परमाणु परीक्षण के दौरान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी लोगों को दे चुके हैं।
आईएमएफ ने कहा, पाक के हालात चिंताजनक
ज्ञात हो कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) की बाजार समितियों को भंग किया था। इमरान खान ने ये फैसला पिछले महीने इस्लामाबाद में आवश्यक वस्तुओं के मूल्य नियंत्रण के संबंध में एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए लिया था। हाल ही में आईएमएफ के प्रबंध निदेशक डोमिनिक स्ट्रास कान ने भी हा था कि पाकिस्तान के वर्तमान हालात चिंताजनक हैं। ये किसी भी हाल में फिलहाल तनावमुक्त देश नहीं कहा जा सकता है।