8 हज़ार 2 सौ रुपये, एक क्षतिग्रस्त मोबाइल, ए टी एम, पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि था। कागज़ातों के आधार पर उन्होंने कोतवाली अजीतमल पुलिस से सम्पर्क कर महिला की जानकारी की
अजीतमल । पुलिस महकमा काफी बदनाम भी है। किंतु इंसानियत भी उसके दिल में कहीं ना कहीं एक कोने पर जरूर छुपी है । इसी इंसानियत की मिसाल को एक उपनिरीक्षक ने कायम रखा । हाईवे पर रुपयों से भरा पर्स, महिला को खोजकर सौंप दिया। पर्स पाकर महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
औरैया : थाना बेला अंतर्गत याकूबपुर निवासी सुनील कुमार गौतमबुद्ध नगर के सूरजपुर पुलिस लाइन में बतौर उप निरीक्षक तैनात हैं। विभागीय कार्य से वह अपनी गाड़ी से लखनऊ जा रहे थे। रास्ते मे गाड़ी रोक कर सी, एन, जी भरवाने लगे गुरुवार रात्रि करीब 02 बजे जब वह एक्सप्रेसवे से एन एच 19 पर आए। तो कटफोरी गांव से कुछ आगे हाइवे पर गाड़ी की रोशनी में पर्स पड़ा देखा। पर्स उठाकर उसकी तलाशी ली।
उसमें 8 हज़ार 2 सौ रुपये, एक क्षतिग्रस्त मोबाइल, ए टी एम, पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि था। कागज़ातों के आधार पर उन्होंने कोतवाली अजीतमल पुलिस से सम्पर्क कर महिला की जानकारी की। औऱ लखनऊ से वापिस लौटते समय, महिला को कोतवाली अजीतमल बुलाकर उसे पर्स सुपुर्द कर दिया। उपनिरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि पर्स में मिले कागज़ातों के आधार पर महिला की जानकारी अजीतमल क्षेत्र के कस्बा बाबरपुर के मोहल्ला शास्त्री नगर निवासी सपना कुमारी पुत्री प्रदीप कुमार, (पत्नी रोहित कुमार) के रूप में हुई। उसे पर्स सौपकर अपना फर्ज अदा किया है।
पर्स पाकर महिला सपना कुमारी की आंखों में खुशी के आंसू छलक आये। सपना ने बताया कि वह अपने दो बच्चो के साथ गुरुग्राम रहकर प्राइवेट तौर पर मज़दूरी आदि कर गुजर बसर करती है। आपातस्थिति में वह बुधवार/गुरुवार की रात एक ऑटो को किराए पर लेकर बच्चों के साथ बाबरपुर आ रही थी। कटफोरी के पास सी, एन, जी पम्प पर गैस भरवाने के लिये ऑटो चालक को रुपये देने के लिये बेग से पर्स निकालना चाहा तो पर्स नही मिला। काफी दूर तक पर्स की खोजबीन की। किन्तु रात होने के कारण नही मिल सका। मजदूरी कर बचाये रुपयों को लेकर वह बाबरपुर आ रही थी। पर्स पाकर उसे बहुत खुशी है।