लखनऊ की सोफिया खान ने दो बार में एक लाख रुपए जमा किए। इसके बदले खुद को एलडीए बाबू संजय त्रिपाठी बताते हुए जालसाज ने फर्जी रसीद दे दी। इतना ही नहीं उसने सोफिया से एक ब्लैंक चेक भी ले लिया।
लखनऊ, आवाज़ ~ ए ~ लखनऊ ; मेहंदी गंज की रहने वाली सोफिया खान ने बसंत कुंज योजना में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया था। पात्रों की लिस्ट में सोफिया खान का नाम नहीं था। सोफिया खान प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए वेटिंग की लिस्ट में शामिल थी। कुछ दिन पहले उनको एक व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि वह एलडीए से बोल रहा है। सोफिया खान को उसने एलडीए बुलाया और वेटिंग लिस्ट होने पर भी प्रधानमंत्री आवास दिलाने के लिए रुपए मांगे।
सोफिया खान ने दो बार में एक लाख रुपए जमा किए। इसके बदले खुद को एलडीए बाबू संजय त्रिपाठी बताते हुए जालसाज ने फर्जी रसीद दे दी। इतना ही नहीं उसने सोफिया से एक ब्लैंक चेक भी ले लिया। हर महीने प्रधानमंत्री आवास की किस्त के बदले तीन हजार रुपए जालसाज के खाते में जा रहे हैं। शक होने पर जब सोफिया एलडीए पहुंची तो उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि यह तो मामला ही पूरा फर्जी है।
पीएम आवास में जालसाजीः प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर लगातार जालसाजी हो रही है। अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं। अब एलडीए में भी एक ऐसा सिंडिकेट सक्रिय हो गया है। प्रधानमंत्री आवास के वेटिंग लिस्ट के आवेदकों के नाम और पते के साथ उनके मोबाइल नंबर की सूची एलडीए में कुछ जालसाज के हाथ लग गई है । सूची में दर्ज नंबरों पर यह जालसाज फोन कर रहे हैं। आवेदकों को एलडीए ऑफिस बुलाकर उनको आवंटन करने का फर्जीवाड़ा चल रहा है। इस फर्जीवाड़े में अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों ने फसने की शिकायत एलडीए अफसरों से की है है।
इन लोगों ने बताया है कि उनको एलडीए में ही बुलाया जाता है। यहां उनके नाम की फाइल दिखाई जाती है जिसे देख उन लोगों पर भरोसा हो जाता है। जालसाज रुपए लेकर मौके पर ही एक फाइल से आवंटन पत्र निकाल कर दे देते हैं। एलडीए के उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि लोग किसी जलसा के झांसे में ना आएं। वह संबंधित जोन के अधिकारियों से सीधे मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथी उनको प्रधानमंत्री आवास से जुड़ी जानकारी अभी मिल जाएंगी।