ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए यूपी के स्कूलों में सतर्कता बढ़ी, जारी की गई नई गाइडलाइन

निर्देश दिए गए हैं कि सभी स्कूलों को हर दिन सैनिटाइज कराया जाए। स्कूलों में सैनिटाइजर हैंडवाश व थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जाए। किसी भी छात्र या छात्रा को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए पहले अभिभावकों से सहमति लेनी होगी।

 

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने सभी जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक सहित अन्य को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। ये निर्देश ठीक वैसे ही है, जब अगस्त और अक्टूबर में विद्यालय खोलने के समय जारी किए गए थे।

सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी स्कूलों को हर दिन सैनिटाइज कराया जाए। स्कूलों में सैनिटाइजर, हैंडवाश व थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जाए। किसी भी छात्र या छात्रा को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए पहले अभिभावकों से सहमति लेनी होगी। स्कूल में प्रवेश व छुट्टी के समय शारीरिक दूरी का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। प्रदेश के सभी बोर्डों के स्कूलों पर ये व्यवस्था लागू की गई है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों व डीआइओएस को इसे सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों को विकल्प के तौर पर आनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करानी होगी। निर्देश है कि यदि स्कूल में किसी को भी जुकाम, बुखार आदि के लक्षण दिखते हैं तो उसे चिकित्सीय सलाह के साथ उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।

स्कूलों में कोई भी आयोजन तब ही किया जाए जब उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकता हो। यदि स्कूल में प्रार्थना सभा कराई जा रही है या किसी तरह की खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधि हो रही है तो ऐसे में कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन कराया जाए। शिक्षकों व कर्मचारियों का टीकाकरण भी अनिवार्य रूप से कराया जाए।

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