पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (Pakistan Inter-Services Intelligence ISI) अब आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स के साथ-साथ हाइब्रिड दहशतगर्दों को कश्मीर में सुरक्षा बलों के कैंपों और चौकियों पर हमला करने के लिए उकसा रही है। पढ़ें यह रिपोर्ट …
नई दिल्ली, आइएएनएस। कश्मीर में कायम अमन चैन पाकिस्तान की आंखों में खटकने लगा है। पाकिस्तानी हुकूमत और जनरल बाजवा की अगुवाई वाली फौज कश्मीर में अशांति फैलाने की जी-तोड़ कोशिशें कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (Pakistan Inter-Services Intelligence, ISI) अब आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स के साथ-साथ हाइब्रिड दहशतगर्दों को कश्मीर में सुरक्षा बलों के कैंपों और चौकियों पर हमला करने के लिए उकसा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने खुफिया इनपुट के हवाला देते हुए बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने गुलाम कश्मीर में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और द रेजिस्टेंस फोर्स जैसे आतंकी संगठनों के आतंकी आकाओं से कहा है कि वे अपने कैडर को सुरक्षा बलों के कैंपों पर हमला करने का निर्देश दें। सूत्रों ने बताया कि कश्मीर में पहले से घुसे दहशतगर्द सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर किसी बड़े हमले को अंजाम दे सकते हैं।
खुफिया एजेंसियों के इस इनपुट के बाद सुरक्षा बलों को बिना किसी ढिलाई के अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि पुंछ में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे आपरेशनों ने इन आतंकी समूहों की तैयारी के खतरनाक मंसूबों का संकेत दिया है। अधिकारियों ने बताया कि किसी भी आतंकी वारदात को रोकने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। ये इनपुट ऐसे वक्त में सामने आए हैं जब हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया है।
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों के कैंपों में बैरिकेड्स और मजबूत बंकर बनाए गए हैं। यही नहीं आवासीय परिसरों की सुरक्षा को और चाकचौबंद कर दिया गया है। मौजूदा वक्त में श्रीनगर समेत कश्मीर के शहरों के प्रवेश करने वाले रास्तों पर पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। यही नहीं रक्षा प्रतिष्ठानों पर भी इसी तरह की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है। सूत्रों ने बताया कि आतंकियों की योजनाओं को नाकाम करने के लिए सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त गश्त तेज कर दी गई है।