जिस बेटे पर अपने व बड़े भाई के परिवार को चलाने की जिम्मेदारी थी आज उसकी हत्या हो गई। एक दिन पहले ही पत्नी से मिलकर ड्यूटी पर गए सिपाही बेटे की हत्या की खबर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है।
आगरा, कानपुर के बिल्हौर में सिपाही की हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह पाढ़म के गांव दयापुर में सिपाही की हत्या की खबर पहुंचते ही कोहराम मच गया। घर में करूण क्रंदन सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए और पूरे गांव में मातम पसर गया। रोते-बिखलते परिवार वाले कानपुर के बिल्हौर के लिए रवाना हो गए। परिवार के बड़े बेटे की मौत के सात महीने बाद ही छोटा बेटा भी चला गया। परिवार में मर्द के नाम पर अब बूढ़े पिता के अलावा सात साल का जय बचा है।
2018 में बना था सिपाही
दयापुर निवासी किसान प्रमोद कुमार का छोटा बेटा देशदीपक 2018 में पुलिस कांस्टेबल बना था। हाथरस में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 2019 में कानपुर की बिल्हौर कोतवाली में तैनाती मिली। तब से वहीं नौकरी चल रही थी। रिश्तेदारों के मुताबिक देशदीपक के बड़े भाई महादीपक उर्फ भोला की मौत 7 अक्टूबर 2021 को बीमारी के चलते हुई थी। उसके बाद महादीपक की पत्नी और सात साल के बेटे जय और दो छोटी बेटियों की जिम्मेदारी देश दीपक पर आ गई थी। मां-बाप और भाई के परिवार के लिए वह इकलौता कमाऊ सदस्य था।
पत्नी के हाथों से नहीं छूटी थी मेहंदी, उजड़ गया सिंदूर
कांस्टेबल देश दीपक की शादी 22 अप्रैल को मैनपुरी के भोगांव निवासी मोहन पाल सिंह की पुत्री अंजली से शादी हुई थी। विदाई के बाद दूसरी बार पत्नी घर आई थी। अंजलि के हाथों की मेहंदी भी पूरी तरह नहीं छूट पाई थी कि सुहाग उजड़ गया।
एक दिन पहले ही घर से लौटा था देश दीपक
ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने बताया कि पत्नी से मिलने के लिए देशदीपक मंगलवार को गांव आया था और बुधवार को वापस ड्यूटी पर लौटा था। बिल्हौर में वह साथी सिपाही के साथ किराए के कमरे में रहता था। पिता ने बुधवार को उसका हालचाल जानने के लिए फोन लगाया, लेकिन मोबाइल स्विच आफ आया। कई घंटे तक मोबाइल स्विच आफ रहने पर कोतवाली में संपर्क किया। सुबह वहां से हत्या की खबर आई और कोहराम मच गया।