कानपुर और मेरठ के बाद अब बागपत में छापेमारी के दौरान पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जिले से नकली दवाओं की खेप पकड़ी गई है। छापेमारी के दौरान नकली दवाओं के तैयार करने वाले उपकरण भी बरामद हुए हैं। वहीं टीम ने छापेमारी तेज कर दी है।
बागपत, कानपुर और मेरठ के बाद अब बागपत में छापेमारी के दौरान पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जिले से नकली दवाओं की खेप पकड़ी गई है। छापेमारी के दौरान नकली दवाओं के तैयार करने वाले उपकरण भी बरामद हुए हैं। नकली दवाओं के बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए एक को पकड़ लिया है, जबकि दूसरा आरोपित फरार है। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। वहीं दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि एंटीबायोटिक और पेन किलर की कुल 120 गोलियां बरामद की गई है।
बागपत-मेरठ रोड पर अमीनगर सराय मोड़ के पास एक मकान पर हुई छापामारी में नकली दवा तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गोलियों के दो नमूने लिए गए और जांच के लिए लैब भेज दिया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने सिंघावली अहीर पुलिस के साथ मिलकर एक मकान पर रविवार रात छापामारी की। मकान के कमरे से एंटीबायोटिक टेबलेट आगमेंटिन व पेन किलर (दर्द निवारक) टेबलेट अल्ट्रासेट, पैकिंग करने वाली मशीन व अन्य सामान बरामद हुआ। पुलिस ने मकान से आरोपित सुरेंद्र निवासी ग्राम बालैनी को गिरफ्तार किया।
बाहर से लाते थे दवाइयां, यहां करते थे पैकिंग
पुलिस ने जब सख्ती से आरोपित से पूछताछ की तो उसने बताया कि दवाओं जिले के बाहर से लाया जाता था, और यहां पैकिंग किया जाता था। हालाकि अभी यह जानकारी नहीं हो पाई की ये दवाएं कहां से आती थी। पिछले करीब दो माह से यह अवैध कार्य चल रहा था। उधर ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि मकान मालिक गफ्फार व सुरेंद्र गोलियों की पैकिंग का ट्रायल कर रहे थे। ये गोलियां अभी मार्केट में सप्लाई नहीं की गई थी।
मुजफ्फरनगर में छापामारी
मेरठ और कानपुर में पकड़े गए नकली दवाओं के साथ लाखों के सामान के बाद पुलिस सख्त है। आरोपितों को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की जा रही है। पुलिस की टीम मुजफ्फरनगर व अन्य स्थानों पर आरोपित सुरेंद्र को साथ लेकर छापामारी कर रही है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सके। सूत्रों के अनुसार अन्य आरोपितों की भी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है।