किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसान ध्यान दें, इस बहुत जरूरी काम पर लगी अस्थायी रोक

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए ओटीपी के जरिए आधार बेस्ड ईकेवाईसी पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। हालांकि लाभार्थियों के पास बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए सीएससी केंद्र जाने का विकल्प है।

 

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के लिए ईकेवाईसी कराना जरूरी है। लेकिन, फिलहाल ओटीपी के जरिए आधार बेस्ड ईकेवाईसी पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। ऐसे में जो लाभार्थी अभी ओटीपी के जरिए आधार बेस्ड ईकेवाईसी करने की योजना बना रहे थे, वह अपनी योजना के अनुसार ऐसा नहीं कर पाएंगे। हालांकि, लाभार्थियों के पास बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए सीएससी केंद्र जाने का विकल्प अभी भी है।

OTP प्रमाणीकरण से आधार आधारित ईकेवाईसी पर अस्थायी रोक

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, “PMKISAN पंजीकृत किसानों के लिए eKYC अनिवार्य है। कृपया, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए निकटतम सीएससी केंद्रों से संपर्क करें।” यहां लिखा गया, “ओटीपी प्रमाणीकरण के माध्यम से आधार आधारित ईकेवाईसी को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।”

पीएम किसान योजना के लिए eKYC की समय सीमा बढ़ी

बता दें कि सरकार ने पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए eKYC की समय सीमा भी बढ़ा दी है। पहले यह समय सीमा 31 मार्च थी, जिसे अभी 31 मई कर दिया गया है। वेबसाइट पर लिखा गया है, “सभी PMKISAN लाभार्थियों के लिए eKYC की समय सीमा 31 मई 2022 तक बढ़ा दी गई है।”

क्या है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना?

 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना एक केंद्रीय योजना है, जिसके जरिए केंद्र सरकार देश भर में पात्र भूमिधारक किसान परिवारों को 6,000 रुपये प्रति वर्ष की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह वित्तीय सहायता तीन समान किस्तों में दी जाती है, जो सीधे किसान परिवारों के खातों में भेजी जाती हैं।

एक किस्त दो हजार रुपये की होती है। एक साल में दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तें लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती हैं। योजना के लिए परिवार की परिभाषा पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे हैं। पीएम किसान, भारत सरकार से 100% वित्त पोषण के साथ एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *