केंद्रीय गृह मंत्री व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बहन जी और बबुआ के भ्रष्टाचार को खत्म किया। पहले सहकारिता विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बना था। पिछले साढ़े चार साल में सहकारिता के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है।
लखनऊ, केंद्रीय गृह मंत्री व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बहन जी और बबुआ के भ्रष्टाचार को खत्म किया। पहले सहकारिता विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बना था। पिछले साढ़े चार साल में सहकारिता के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है। उन्होंने कहा कृषि और सहकारिता बीजेपी की पहली प्राथमिकता है। किसान का काम सबसे पहले होना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को किसानों और आम लोगों को उपहार दिया। उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड एवं उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम की 155 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम की ओर से बनाए गए 1.40 लाख टन क्षमता के 26 अनाज गोदामों का लोकार्पण किया। इसके साथ यूपी कोआपरेटिव बैंक मुख्यालय पर साइबर सिक्योरिटी आपरेशन सेंटर व 13 नई बैंक शाखाओं का भी लोकार्पण किया। साथ ही बैंक मुख्यालय भवन, एसीएसटीआइ के हाल व छात्रावास जीणोद्धार कार्य और नाबार्ड से वित्त पोषित 294 पैक्स में कंप्यूटराइजेशन का शुभारंभ किया।
इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं करीब चार साल पहले आप लोगों के बीच आया था। उस वक्त आप लोगों से संवाद का मौका मिला था। पीएम नरेन्द्र मोदी ने सहकरिता मंत्रालय की स्थापना की। देश की कोऑपरेटिव इकाइयों को उम्मीद थी कि कभी न कभी कोई सहकारिता को केंद्र में स्थान देगा।
अमित शाह ने कहा कि दो दिन पूर्व काशी में बाबा विश्वनाथ धाम कारिडोर बनाकर लोगों की श्रद्धा को पीएम नरेन्द्र मोदी ने आगे बढ़ाने का काम किया है। आज मां गंगा का जल लेकर भगवान भोलेनाथ का स्नान करने में कोई भी व्यवधान नहीं है। वर्षों से हिंदू धर्म को विस्थापित करने का किसी के मन में नहीं आया। मगर पूर्ण बहुमत से मोदी सरकार बनने के बाद धर्म स्थानों का कायाकल्प हुआ है। बीजेपी सरकार की तुष्टिकरण की नीति नहीं रही है।
अमित शाह ने कहा कि यूपी में भंडार गृह बनाए जाएंगे ताकि किसानों के अनाज को संरक्षित रखा जा सके। अनाज न बेंचनेवालों को भी अनाज रखने की व्यवस्था मिलेगी। सभी पैक्स को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा। देश के 65 हजार पैक्स एक साथ पारदर्शिता के साथ काम करेंगे। यूपी सहकारिता विभाग में 46 हजार से अधिक सहकारिता के लिए बहुत बड़ा काम हुआ है।
उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग बनाने से कृषि ऋण वितरण का काम सहकारिता के माध्यम से होता है। उर्वरक खाद का उत्पादन 25 सहकारिता के माध्यम से होता है। यह सबके संज्ञान में होना चाहिये कि देश के विकास के लिए सहकारिता रीढ़ का काम करती है। ढेर सारी सहकारी चीनी मिलों को अखिलेश यादव और मायावती ने अपने चट्टों-बट्टों को सौंप दी थी। आज डेढ़ लाख करोड़ रुपये सीघे किसानों के खाते में जा रहा है। यूपी में योगी सरकार ने गन्ना किसानों को 1.40 लाख करोड़ रुपये भुगतान कर दिया।
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के पहले सहकारिता में व्याप्त भ्रष्टाचार से गरीबों की आह निकलती थी। गरीबों की आह कभी किसी को नहीं छोड़ती।