कोरोना के बढ़ते केस देख लखनऊ प्रशासन की आपात बैठक, डीएम ने न‍िजी अस्‍पतालों को द‍िए सख्‍त न‍िर्देश

जिलाधिकारी के निर्देश सभी हॉस्पिटलों में शुरू किए जाए फ्लू क्लीनिक। सहारा मेदांता चन्दन आदि हॉस्पिटल आगामी 2 दिनों में शुरू करेंगे अपने कोविड वार्ड। डीएम ने कहा क‍ि कोविड रोगियों से ओवरचार्जिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श‍िकायत म‍िलने पर एपेडेमिक एक्ट के तहत होगी कार्रवाई।

 

लखनऊ,  कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश द्वारा कोविड 19 की प्रभावी रोकथाम के ल‍िए शहर के शासकीय व निजी हॉस्पिटलों के पदाधिकारियों और सम्बंधित विभागीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि आप सभी के सहयोग से कोविड की पिछली वेव में बहुत अच्छा काम हुआ है, जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। इसके लिए हमें अपने आप को सुरक्षित रखते हुए लोगो का उपचार करना है और उनकी जान बचानी है। सभी हॉस्पिटल कोशिश करें कि किसी भी दशा में मेडिकल इंफेक्शन न फैलने पाए। कड़ाई से कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाए।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी हॉस्पिटलों को निर्देश दिए गए कि सभी हॉस्पिटलों में फ्लू क्लिनिक की व्यवस्था को पुनः शुरू किया जाए और बढ़ते हुए संक्रमण के दृष्टिगत सभी हॉस्पिटल कोविड वार्ड के बेड व HR की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। बैठक में आए समस्त शासकीय अस्पतालों द्वारा बताया गया कि आगामी 2-4 दिनों में अपने कोविड वार्ड तैयार कर लेंगे और 10 – 11 जनवरी तक निजी हॉस्पिटल अपने कोविड वार्ड शुरू कर देंगे। जिलाधिकारी द्वारा समस्त हॉस्पिटलों को निर्देश दिया गया कि वह अपने अपने हॉस्पिटलों के कंट्रोल रूम को ICCC से लिंक करना सुनिश्चित करें। साथ ही निर्देश दिया कि जिन हॉस्पिटलों में अभी भी CCTV नही लगे है वह तत्काल CCTV लगवा कर उसको ICCC से लिंक करना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी द्वारा समस्त निजी हॉस्पिटलों को निर्देश दिया गया कि सभी हास्पिटल एक एक ALS कोविड एम्बुलेंस की व्यवस्था करना सुनिश्चित कराए। सभी हॉस्पिटलों को एक एक ALS कोविड एम्बुलेंस रखना अनिवार्य होगा। बैठक में सहारा, मेदांता, चन्दन आदि हॉस्पिटल द्वारा जिलाधिकारी को बताया गया कि आगामी 2 दिनों के भीतर उनके कोविड वार्ड शुरू हो जाएंगे। सभी व्यवस्थाए पूरी हो चुकी है, अगले 2 दिनों में कोविड रोगियों को भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा।

जिलाधिकारी द्वारा समस्त निजी हॉस्पिटलों से अनुरोध किया गया कि उच्च उपचार के द्वारा इस महामारी को रोकने और जनहानि को कम करने में सहयोग प्रदान करे। साथ ही निर्देश दिया कि किसी भी दशा में कोविड रोगियों से किसी भी प्रकार की ओवरचार्जिंग न की जाए। अन्यथा शिकायत मिलने पर एपेडेमिक एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही निर्देश दिया कि कोविड रोगियों के परिजनों को प्रतिदिन कॉल कराकर या वीडियो कॉल के माध्यम से दिन में एक बार बात कराना सुनिश्चित किया जाए। मेडिकल एक्सपर्ट ने बताया कि इस बार इस संक्रमण के सिम्स्टम काफी माइल्ड है। जिसके लिए पैनिक करने की कोई आवश्यकता नहीं है। ज़्यादातर रोगी समान्य उपचार के द्वारा ठीक हो रहे है।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी पांडेय, एडिशनल सीएमओ एमके सिंह, अपर जिलाधिकारी पूर्वी  केपी सिंह, अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती, मेयो हास्पिटल, चन्दन हॉस्पिटल, सहारा हॉस्पिटल, अपोलो हॉस्पिटल, जगरानी हॉस्पिटल, एरा मेडिकल कालेज, इंटीग्रल मेडीकल कालेज, टीएसएम, एसजीपीजीआई, केजीएमयू, लोकबंधु, आरएमएल एवं मेदान्ता हास्पिटल के पदाधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारिगण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *