कोरोना के मामलों में वृद्धि के चलते भारत की जरूरतों को देखते हुए सऊदी अरब 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दे रहा है। अदाणी समूह और लिंदे कंपनी के सहयोग से यह ऑक्सीजन भारत के लिए जहाज से रवाना हो चुकी है।
दुबई, प्रेट्र। कोरोना के मामलों में वृद्धि के चलते भारत की जरूरतों को देखते हुए सऊदी अरब 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दे रहा है। अदाणी समूह और लिंदे कंपनी के सहयोग से यह ऑक्सीजन भारत के लिए जहाज से रवाना हो चुकी है।
भारतीय मिशन ने कहा- अदाणी और लिंदे के सहयोग से मिलेगी 80 टन ऑक्सीजन
रियाद स्थित भारतीय मिशन ने ट्वीट किया, भारत की जरूरतों को देखते हुए 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजने में अदाणी समूह और मेसर्स लिंदे के बीच सहयोग से भारतीय दूतावास गौरवान्वित है। सऊद अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय को उनकी इस मदद, समर्थन और सहयोग के लिए हमारा हार्दिक धन्यवाद।
गौतम अदाणी ने कहा- शब्द से ज्यादा काम बोलता
इस पर अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने ट्वीट किया, असल में रियाद स्थित भारतीय दूतावास आपको धन्यवाद। शब्द से ज्यादा काम बोलता है। हम इस समय दुनियाभर से ऑक्सीजन की आपूर्ति के अत्यावश्यक काम में लगे हुए हैं। 80 टन ऑक्सीजन की पहली खेप इस समय दम्मम से मुंद्रा के रास्ते में है।
कोरोना अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक फटने से 82 लोगों की मौत
इराक की राजधानी बगदाद में कोरोना का इलाज कर रहे एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक फटने के बाद आग लग गई। अग्निकांड में 82 लोगों की मौत हो गई और 110 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इराक के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस दर्दनाक हादसे के बाद देश के सभी अस्पतालों में सुरक्षा के उपायों की नए सिरे से समीक्षा करने के लिए कहा गया है। अग्निकांड शनिवार को दियाला ब्रिज क्षेत्र के इब्न अल खातिब अस्पताल में हुआ।
जान बचाने के लिए खिड़की से कूदे लोग
एक चश्मदीद ने बताया कि मरीज और उनके तीमारदार अपनी जान बचाने के लिए खिड़की में से कूद रहे थे। आग इतनी तेजी से फैल रही थी, जैसे कि तेल में लगने के बाद बढ़ती है। आग से घायल सभी मरीजों को अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इराक के मानवाधिकार कमीशन ने ट्वीट किया है कि मरने वालों में 28 मरीज ऐसे हैं, जो वेंटीलेंटर पर थे। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अग्निकांड में दो सौ लोगों को अस्पताल से बाहर निकालने का काम किया गया।