ये वेतन कर्मचारी के आखिरी सैलरी के बराबर होगा। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी घोषणा की है कि वह कोरोनावायरस से मरने वाले कर्मचारी के बच्चों को ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई के लिए सहायत करेगी।
नई दिल्ली, COVID-19 महामारी के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज ने घोषणा की है कि वह कोरोना संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवार को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगी। मृत कर्मचारी के परिवार को अगले 5 सालों तक वेतन मिलता रहेगा। ये वेतन कर्मचारी के आखिरी सैलरी के बराबर होगा। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी घोषणा की है कि वह कोरोनावायरस से मरने वाले कर्मचारी के बच्चों को ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई के लिए सहायत करेगी।
रिलायंस ने एक बयान में कहा कि ‘रिलायंस फैमिली सपोर्ट एंड वेलफेयर स्कीम’ के तहत, भारत के किसी भी संस्थान में स्नातक की डिग्री तक कर्मचारी के सभी बच्चों की ट्यूशन फीस, हॉस्टल आवास और किताबों को पूरी तरह से खर्च देगा। कंपनी मृत कर्मचारी के पति या पत्नी, माता-पिता और बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने पर इंश्योरेंस प्रीमियम का 100 प्रतिशत भुगतान भी वहन करेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरपर्सन मुकेश अंबानी और रिलायंस फाउंडेशन के हस्ताक्षर वाले बयान में कहा गया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के वे कर्मचारी जो कोरोना संक्रमित हैं या उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना की चपेट में आ गया है तो वे शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह ठीक होने तक स्पेशल कोविड-19 लीव ले सकते हैं। यह सुविधा इसलिए दी गई है ताकि रिलायंस के सभी कर्मचारी पूरी तरह से ठीक होने या अपने परिवार के कोविड-19 पॉजिटिव सदस्यों की देखभाल करने पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
बयान में कहा गया है, ‘प्रिय सहयोगी… हम एक टीम के रूप में अपनी एकजुटता के बल पर और ओनरशिप माइंडसेट के साथ अब तक एक साथ आए हैं, जो इस प्रतिकूलता को तब तक बनाए रखेगा जब तक हम जीत नहीं जाते।”
रिलायंस ने एक दूसरे बयान में कहा कि वह ऑफ रोल कर्मचारियों के लिए भी पारिवारिक मदद और वेलफेयर प्रोग्राम करेगी। रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी ने कहा है कि कंपनी कोविड19 से मरने वाले अपने ऑफ-रोल कर्मचारियों के नॉमिनी को 10 लाख रुपये का एकमुश्त भुगतान करेगी।