त्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है। इसमें महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना अहम साबित हो सकती है। युवा स्वरोजगार स्थापित करके दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं।
लखनऊ । गांवों में आटा-चक्की, फल-सब्जी, मसाला और अनाज प्रसंस्करण जैसे छोटे उद्योग जल्द लगेंगे। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है। इसमें महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना अहम साबित हो सकती है। युवा स्वरोजगार स्थापित करके दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं। प्रदेश में साढ़े सात हजार युवाओं का जिला स्तर पर चयन किया जा रहा है।
ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत गांवों में स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाया जाना है, ताकि युवाओं को आर्थिक लाभ होने के साथ गांव का विकास भी हो सके। निदेशक उद्यान आरके तोमर ने बताया कि महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना में पंचायत स्तर पर युवाओं को तीन दिनी खाद्य प्रसंस्करण जागरूकता शिविर से जोड़ा जा रहा है। जिलास्तर पर इसमें करीब साढ़े सात हजार युवाओं का चयन किया गया है।
निदेशक उद्यान आरके तोमर ने बताया कि योजना से जुड़े युवाओं को एक माह का उद्यमिता विकास प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षण पाने के बाद किसान व युवा आटा-चक्की, फल-सब्जी, मसाला, दुग्ध, अनाज प्रसंस्करण की इकाइयां स्थापित कर सकेंगे। स्थापित इकाइयों में बेरोजगार युवकों को भी रोजगार मिल सकेगा।
मशीन की लागत का 50 प्रतिशत व एक लाख रुपये का अनुदान : निदेशक उद्यान आरके तोमर ने ने बताया कि योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण की इकाई स्थापित करने वाले युवाओं को मशीन या उपकरण की लागत का अधिकतम 50 प्रतिशत व एक लाख रुपये का अनुदान भी मिलेगा। इससे गांव के किसान और युवाओं को बड़ा सहारा मिलेगा।