गृह मंत्रालय ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी (MoC) के किसी भी खाते को फ्रीज नहीं किया। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सूचित किया है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने स्वयं एसबीआइ को अपने खातों को फ्रीज करने का अनुरोध भेजा है। यह जानकारी गृह मंत्रालय ने दी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए मिशनरीज आफ चैरिटी के आवेदन को पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करने के लिए 25 दिसंबर को अस्वीकार कर दिया गया था क्योंकि कुछ प्रतिकूल इनपुट प्राप्त हुए थे। गृह मंत्रालय ने ममता बनर्जी के उसे दावे को खारिज किया है जिसमें उन्होंने मिशनरीज आफ चैरिटी के सभी खातों को फ्रीज करने की बात कही है। एक बयान जारी कर गृह मंत्रालय ने कहा है कि उसने मिशनरीज आफ चैरिटी के किसी भी खाते को फ्रीज नहीं किया है, लेकिन स्टेट बैंक आफ इंडिया ने सूचित किया है कि संगठन ने खुद बैंक को अपने खातों को फ्रीज करने का अनुरोध भेजा है। गृह मंत्रालय का बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए गए दावे के कुछ घंटे बाद आया है कि केंद्र सरकार ने मदर टेरेसा द्वारा स्थापित संगठन के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।
ममता बनर्जी ने किया था ट्वीट
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया था कि यह सुनकर स्तब्ध हूं कि क्रिसमस पर केंद्र मंत्रालय ने मदर टेरेसा के मिशनरीज आफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को बंद कर दिया है। केंद्र सरकार के इस कदम ने कोलकाता मुख्यालय वाले इस धर्मार्थ समूह के 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया। बनर्जी ने कहा कि भले ही कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
शर्तों को पूरा नहीं करने के कारण पंजीकरण को आगे नहीं बढ़ाया
गृह मंत्रालय ने कहा कि एफसीआरए 2010 और विदेशी योगदान नियमन नियम (एफसीआरआर) 2011 के तहत पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करने के कारण एमओसी के एफसीआरए पंजीकरण के नवीनीकरण के आवेदन को 25 दिसंबर को अस्वीकार कर दिया गया था। बयान में कहा गया कि मिशनरीज आफ चैरिटी की ओर से नवीनीकरण के इस इन्कार की समीक्षा के लिए कोई अनुरोध या संशोधन आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। एफसीआरए के तहत मिशनरीज आफ चैरिटी का पंजीकरण 31 अक्टूबर, 2021 तक वैध था। गृह मंत्रालय ने कहा कि वैधता को बाद में 31 दिसंबर, 2021 तक अन्य एफसीआरए संघों के साथ बढ़ा दिया गया था, जिनके नवीनीकरण आवेदन लंबित थे।
किसी खाते को नहीं किया फ्रीज
बयान में कहा गया है कि हालांकि, मिशनरीज आफ चैरिटी (MoC) के नवीनीकरण आवेदन पर विचार करते समय कुछ प्रतिकूल इनपुट देखे गए थे। रिकार्ड पर इन इनपुट के तहत ही मिशनरीज आफ चैरिटी के नवीनीकरण आवेदन को मंजूरी नहीं दी गई। मिशनरीज आफ चैरिटी का एफसीआरए पंजीकरण 31 दिसंबर, 2021 तक वैध था और गृह मंत्रालय ने मिशनरीज आफ चैरिटी के किसी भी खाते को फ्रीज नहीं किया है। बयान में कहा गया है कि भारतीय स्टेट बैंक ने सूचित किया है कि मिशनरीज आफ चैरिटी ने स्वयं एसबीआइ को अपने खातों को फ्रीज करने का अनुरोध भेजा है। मिशनरीज आफ चैरिटी एक कैथोलिक धार्मिक संस्था है, जिसकी स्थापना 1950 में मदर टेरेसा ने की थी।