चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से पहले PM मोदी बोले- अंतरिक्ष अन्वेषण संघ की हो स्थापना

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स एजेंडे को एक नया रास्ता देने के लिए भारत ने रेलवे अनुसंधान नेटवर्क एमएसएमई के बीच घनिष्ठ सहयोग ऑनलाइन ब्रिक्स डेटाबेस और स्टार्टअप फर्मों जैसे मुद्दों पर सुझाव दिए थे। मुझे खुशी है कि इन मुद्दों पर काफी प्रगति हुई है।

 

जोहान्सबर्ग, पीटीआई। पीएम मोदी ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit 2023) के ओपन प्लेनरी सेशन को संबोधित किया। ओपन प्लेनरी सेशन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,”ब्रिक्स ने पिछले दो दशकों में लंबी और अद्भुत यात्रा की।” पीएम मोदी ने कहा कि इस यात्रा में हमने कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहा कि जोहान्सबर्ग जैसे खूबसूरत शहर में एक बार फिर आना मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए खुशी की बात है। इस शहर का भारतीयों और भारतीय इतिहास से गहरा और पुराना रिश्ता है।

ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन करता है भारत: पीएम मोदी

उन्होंने आगे कहा,”ब्रिक्स एजेंडे को एक नया रास्ता देने के लिए भारत ने रेलवे अनुसंधान नेटवर्क, एमएसएमई के बीच घनिष्ठ सहयोग, ऑनलाइन ब्रिक्स डेटाबेस और स्टार्टअप फर्मों जैसे मुद्दों पर सुझाव दिए थे। मुझे खुशी है कि इन मुद्दों पर काफी प्रगति हुई है।” इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि भारत ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन करता है। हम इस पर आम सहमति के साथ आगे बढ़ने का स्वागत करते हैं।

उन्होंने आगे कहा,”हम पहले से ही ब्रिक्स उपग्रह समूह पर काम कर रहे हैं, लेकिन एक कदम आगे बढ़ने के लिए हमें ब्रिक्स अंतरिक्ष अन्वेषण संघ की स्थापना के बारे में सोचना चाहिए।”

 

ब्रिक्स देशों को सच्चा बहुपक्षवाद अपनाना चाहिए: शी जिनपिंग

ओपन प्लेनरी सेशन को संबोधित करते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय नियमों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों की रूपरेखा सभी देशों के साथ मिलकर करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा न हो कि अंतर्राष्ट्रीय नियमों को बनाने में सिर्फ शक्तिशाली देशों की ही भूमिका हो।

उन्होंने आगे कहा,”ब्रिक्स देशों को सच्चा बहुपक्षवाद अपनाना चाहिए, एकजुटता पर कायम रहना चाहिए और विभाजन का विरोध करना चाहिए।”

शी जिनपिंग ने आगे कहा कि मानव इतिहास किसी विशेष सभ्यता या प्रणाली के साथ समाप्त नहीं होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *