छह दिन में बाघ-बाघिन और तेंदुए की मौत, वन मंत्री की अगुवाई में सीएम योगी ने भेजी टीम

दुधवा टाइगर रिजर्व में बीते छह द‍िनों में बाघ-बाघिन और तेंदुए की मौत के बाद सीएम योगी ने वन एवं पर्यावरण जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अरूण कुमार सक्सेना और अपर मुख्य सचिव वन मनोज कुमार सिंह को जांच के ल‍िए दुधवा भेजा है।

 

मैलानी (लखीमपुर) छह दिन में बाघ-बाघिन और एक तेंदुए की मौत का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए वन मंत्री की अगुवाई में एक उच्चस्तरीय टीम को ने केवल जांच के आदेश दिए बल्कि टीम को दुधवा रवाना भी कर दिया है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में सख्‍ती द‍िखाते हुए वन एवं पर्यावरण जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अरूण कुमार सक्सेना और अपर मुख्य सचिव वन मनोज कुमार सिंह को लगातार हो रही बाघों की मौतों का पता लगाने को भेजा है।

साथ ही पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। दुधवा टाइगर रिजर्व के किशनपुर सेंचुरी की मैलानी रेंज में बाघ का एक और शव मिलने से सनसनी फैल गई। यहां बाघिन की मौत को अभी सप्ताह भी नहीं गुजरा कि एक नर बाघ का शव मड़हाबीट में पानी में मृत पाया गया है। लगातार हो रही बाघों की मौतों पर इस बार पार्क के अधिकारियों ने बाघ की मौत का कारण शुरूआती पड़ताल में आपसी संघर्ष होना बताया है, जबकि बाघ की मौत का कारण जहर होने के भी कयास लग रहे हैं लेकिन पार्क प्रशासन अभी इस बात से साफ इन्कार कर रहा।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि ये उच्चस्तरीय टीम तत्काल दुधवा जाकर अफसरों संग वार्ता कर मौके का निरीद्वक्षण करे और पूरी रिपोर्ट उनके सामने शीघ्र रखी जाए। शुक्रवार को किशनपुर सेंचुरी की मैलानी रेंज में मड़हा बीट में वाटर होल के पास एक बाघ का शव पड़ा होने की सूचना मिलते ही पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर दुधवा नेशनल पार्क के उपनिदेशक टी रंगाराजू और फील्ड डायरेक्टर वी प्रभाकरन समेत सभी अधिकारी मौके पर गए और घटनास्थल के दौरान देखा कि बाघ का आधा शरीर वाटर होन के पानी में और आधा भाग पानी से बाहर पाया गया। डीटीआर के उपनिदेशक टी रंगाराजू ने बताया कि मृत बाघ नर है और इसकी उम्र 6-7 वर्ष है। उन्होने बताया कि मृत बाघ के सिर में चोट का निशान पाया गया है। जिससे लगता है कि बाघ की मौत आपसी संघर्ष के दौरान हुई है।

 

आनन-फानन में बाघ के शव को आम लोग से दूर रखते हुए पोस्टमार्टम के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान केंद्र बरेली ले जाया गया है। उपनिदेशक टी रंगाराजू के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बाघ की मौत का कारण पता चल सकेगा। बरहाल इस क्षेत्र में छह दिनों में दो बाघों की मौत से पार्क प्रशासन में खासी खलबली मची है। उधर वन्यजीव प्रेमी बाघों की हो रही मौतो से सकते में हैं। अब देखना है कि वन विभाग लगातार वन्यजीवों की संदिग्ध हालात में मौतों की कितनी निष्पक्ष जांच कर पाएगा।

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