केजीएमयू के मुताबिक सुबह लगभग 810 पर संदिग्ध बाक्स की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया। सीलबंद होने के कारण संदिग्ध बाक्स की सूचना पर पुलिस ने इंटेलिजेंस यूनिट और बम निरोधक दस्ते को भी बुला लिया।
लखनऊ, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर शुक्रवार की सुबह हड़कंप मच गया जब पहले तल पर साफ सफाई कर रहे कर्मचारी को थर्माकोल का एक लावारिस बाक्स मिला। ट्रामा सेंटर प्रभारी को सूचना देने के बाद पुलिस और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। एक्सपर्ट के देखरेख में बाक्स को खोला गया जिसमें पानी की बोतल और कुछ अन्य सामान मिले। इस दौरान लगभग एक से डेढ़ घंटे तक ट्रामा सेंटर में अफरा तफरी का माहौल रहा।
पांच मंजिला ट्रामा सेंटर में 400 से भी अधिक बेड हैं। इसके अलावा रोजाना 50 से 60 स्ट्रेचर पर मरीजों का इलाज किया जाता है। मरीजों के साथ आए तीमारदार भी ट्रामा सेंटर के परिसर में ही रहते हैं। शुक्रवार की सुबह लगभग आठ बजे सेंटर के प्रथम तल पर साफ सफाई की जा रही थी। सफाई कर्मचारी को एक लिफ्ट के बगल बनी सीढ़ियों के पास थर्माकोल का एक बड़ा बाक्स रखा मिला आसपास बैठे तीमारदारों से पूछने पर सब ने उसकी जानकारी होने से मना कर दिया। बाक्स संदिग्ध लगने पर सफाई कर्मचारी ने इसकी सूचना ट्रामा सेंटर के प्रभारी डा. समीर मिश्रा को दी। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी।
डा. समीर ने बताया कि सुबह लगभग 8:10 पर संदिग्ध बाक्स की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया। सीलबंद होने के कारण संदिग्ध बाक्स की सूचना पर पुलिस ने इंटेलिजेंस यूनिट और बम निरोधक दस्ते को भी बुला लिया। उनके आने तक लगभग 8.25 बजे बाक्स को ट्रामा सेंटर के बाहर बने पुराने जर्जर भवन के पास रखा गया। एक विशेषज्ञ की देखरेख में बाक्स को खोला गया तो उसमें पानी की बोतल और कुछ पैकेट मिले।
पानी की बोतल होने पर बाक्स को सील बंद क्यों किया गया, इसकी जांच की जा रही है। डा. समीर ने बताया कि लगभग एक घंटे के समय अंतराल में जांच पूरी कर ली गयी। इस दौरान मरीजों को परेशानी नही हुई है। बाक्स कौन रखा गया है, इसके लिए सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही है। इसके अलावा हाल ही में ट्रामा सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव किया गया था। उसे लेकर सुरक्षा कर्मियों को हफ्ते में दो बार माक ड्रिल करने का आदेश भी दिया गया है।