माधवी भाभी बनती हैं सोसाइटी के एकमेव सेक्रेटरी आत्माराम भिड़े तो दयाबेन बनती है माधवी भाभी। ये एक्ट चल ही रहा होता है कि माधवी भाभी को एसा लगता है कि उनके पति का मजाक उड़ाया जा रहा है।
नई दिल्ली, टीवी के सबसे पॉपुलर कॉमेडी शो में से एक तारक मेहता का उल्टा चश्मा पिछले 13 सालों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है। इस शो की खास बात ये है कि यहां ऑनस्क्रीन सभी में बहुत प्यार और भाईचारा दिखाया जाता है। शो के सभी पात्र गोकुलधाम सोसाइटी में बहुत मिलजुल कर रहते हैं। पर क्या आपको पता है कि बहनों जैसा प्यार करने वाली दयाबेन और माधवी भाभी के बीच एक बार जमकर झगड़ा हुआ था।
किटी पार्टी में धमासान
दरअसल, एक बार शो में दयाबेन के घर सोसाइटी की महिला मंडली किटी पार्टी करने का प्लान करती हैं। बस फिर क्या था सभी अंजली, कोमल, माधवी, बबीता जी और रोशन भाभी अपने-अपने पतियों के जाने के बाद पहुंच जाती है जेठा लाल के घर। यहां पर दयाबेन ने एक छोटा सा गेम प्लान किया हुआ है। जिसमें किसी और के पति की नकल करनी है।
करनी थी एक-दूसरे के पतियों की एक्टिंग
चिट में नाम जिसका भी नाम आता है वो बखूबी अपना रोल प्ले करते है। जब बारी आती है दयाबेन और माधवी भाभी की तो यहीं से विवाद की शुरुआत होती है। माधवी भाभी बनती हैं सोसाइटी के एकमेव सेक्रेटरी आत्माराम भिड़े तो दयाबेन बनती है माधवी भाभी। ये एक्ट चल ही रहा होता है कि माधवी भाभी को लगने लगता है कि उनके पति का मजाक उड़ाया जा रहा है।
टप्पू सेना ने ऐसे कराई दोस्ती
मधवी गुस्से से तमामते हुए दयाबेन को कहती हैं कि मुझे पता है आपके घर कैसे पैसे आते हैं, आपके घर धन आता है हमारे यहां लक्ष्मी आती हैं। बस फिर क्या था दायबेन भी ये सुन भड़क जातीं हैं। और दोनों के बीच जमकर कहासुनी होती है। वहीं जब टप्पू सेना को इस झगड़े की खबर लगती हैं तो दोनों इसे सुलझाने का वचन लेते हैं। टप्पू सोनू के घर जाकर कहता है कि मम्मी को चोट लग गई है और सोनू दयाबेन से आकर ऐसी ही बात कहती है। बस फिर क्या था दयाबेन-माधवी भाभी दोनों आपस की रंजिश भूल एक दूसरे की मदत के लिए दौड़ पड़ती हैं।