तीन मामलों में टल गई सुनवाई, पीठासीन अधिकारियों के अवकाश पर होने से तिथि आगे बढ़ी

पीठासीन अधिकारियों के अवकाश पर रहने के कारण ज्ञानवापी के तीन मामलों में शुक्रवार को होने वाली सुनवाई टल गई। अगली सुनवाई के लिए अलग-अलग तिथियां तय की गई हैं। गुरुवार को सुनवाई होनी थी लेकिन भरत मिलाप के स्थानीय अवकाश के कारण नहीं हो सकी थी।

 

वाराणसी ; आवाज़ ~ ए ~ लखनऊ । पीठासीन अधिकारियों के अवकाश पर रहने के कारण ज्ञानवापी के तीन मामलों में शुक्रवार को होने वाली सुनवाई टल गई। अगली सुनवाई के लिए अलग-अलग तिथियां तय की गई हैं।

विश्व वैदिक सनातन संघ की अंतरराष्ट्रीय महामंत्री किरन सिंह की ओर से सिविल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट सीनियर डिवीजन महेंद्र कुमार पांडेय की अदालत में दाखिल प्रार्थना पत्र में ज्ञानवापी परिसर को मंदिर बताते हुए हिंदुओं को सौंपने व वहां मिले शिवलिंग के दर्शन-पूजन और वहां मुस्लिम के प्रवेश पर रोक की मांग की गई है। इस पर गुरुवार को सुनवाई होनी थी लेकिन भरत मिलाप के स्थानीय अवकाश के कारण नहीं हो सकी थी।

वहीं इस मामले में शुक्रवार को भी अदालत के पीठासीन अधिकारी अवकाश पर होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। इस मामले में अब अगली सुनवाई 11 अक्तूबर को होगी। इसी अदालत में हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता व खजुरी निवासी अजीत सिंह की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर भी सुनवाई नहीं हुई। मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 28 अक्तूबर की तय की गई है।

अविमुक्तेश्वर भगवान की धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन की अनुमति की मांग की गईप्रार्थना पत्र में उन्होंने ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को अविमुक्तेश्वर भगवान बताते हुए पूजा-पाठ, राग-भोग, भजन-कीर्तन व धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन की अनुमति की मांग की गई है। ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के पूजा-पाठ राग-भोग आरती करने की मांग लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की ओर से सिविल जज सीनियर डिविजन कुमुदलता त्रिपाठी की अदालत में दाखिल प्रार्थना पत्र पर गुरुवार को ही सुनवाई होनी थी।

 

गुरुवार को स्थानीय अवकाश व शुक्रवार को अदालत के पीठासीन अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण सुनवाई नहीं हुई। इस मामले अगली सुनवाई तीन नवंबर को होगी। अविमुक्तेश्वर भगवान आदि की तरफ से दाखिल प्रार्थना पत्र पर भी सुनवाई टल गई। पीठासीन अधिकारी अवकाश पर थे ऐसे में इस मामले में सुनवाई भी टल गई।

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