काशीवासियों के लिये सोमवार का दिन बहुत ही खास रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर राजातालाब के मेहंदीगंज में आयोजित विशाल जनसभा में 5189 करोड़ रुपए लागत की पूर्ण हो चुकी 28 परियोजनाओं का लोकार्पण कर सौगात दी।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। काशीवासियों के लिये सोमवार का दिन बहुत ही खास रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर राजातालाब के मेहंदीगंज में आयोजित जनसभा में 5189 करोड़ रुपए लागत की पूर्ण हो चुकी 28 परियोजनाओं का लोकार्पण कर सौगात दी। उद्घाटित हुई सभी विकास परियोजनाएं जनसामान्य के उपयोगार्थ समर्पित हुई। विशेष तौर पर उद्घाटित परियोजनाओं में काशीवासी ही नहीं बल्कि वाराणसी के रास्ते आवागमन करने वाले बिहार, मध्यप्रदेश व कोलकाता प्रान्त सहित पूर्वांचल के कई जनपदों के लोगों के लिए सुगम यातायात व्यवस्था हेतु 1011.29 करोड़ रुपए से निर्मित 16.98 किलोमीटर लंबी रिंग रोड फेज-2 पैकेज-1 रखोना राजातालाब से वाजिदपुर हरहुआ तक की सड़क प्रमुख है। इसके साथ ही उन्होंने 64 हजार करोड़ रुपए की “प्रधानमंत्री स्वस्थ भारत योजना” का शुभारंभ भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर जैसे ही सभा स्थल पर पहुंचा जनसैलाब ने हर हर महादेव के गगनभेदी नारों से उनका काशी में स्वागत किया। सभा स्थल पर उमड़े जनसैलाब में दूर-दूर तक सिर्फ नरमुंड ही दिखाई दे रहे थे। जनसैलाब में लोगो का अपने लोकप्रिय सांसद व देश के प्रधानमंत्री को देखने एवं सुनने की उत्सुकता से सहज ही देखी जा रही थी। कार्यक्रम स्थल के मंच पर जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसैलाब को दिखाई दिए लोगों ने खड़े होकर हर हर महादेव के गगनभेदी नारों एवं तालियों के साथ उनका भव्य स्वागत किया और प्रधानमंत्री ने भी उनका हाथ हिला कर अभिवादन स्वीकार किया।
दस प्रमुख बातें
1- प्रधानमंत्री ने पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन का शुभारंभ कर देशवासियों को समर्पित किया
2- प्रधानमंत्री ने 5189 करोड़ की 28 परियोजनाओं का किया लोकार्पण कर काशीवासियों को दी दीपावली की सौगात
3- गांव में अस्पताल नहीं, ब्लाक में टेस्ट की सुविधा नहीं था, जिला अस्पताल में गंभीर बीमारी का इलाज नहीं था-नरेंद्र मोदी
4- वाराणसी और पूर्वांचल के किसानों के लिए सुविधा विकसित हुई है
5- पैकेजिंग प्रोसेसिंग और पेरिशेबल कार्गो बना है, उससे किसानों को सुविधा मिलेगी
6- रिंग रोड बनने से अब लोगों को मिलेगी जाम से निजात
7- यूपी के 75 जिलों में आइसीयू बना, 60 लैब से कोविड जांच शुरू हुई
8- वोकल फार लोकल का ज्यादा प्रयोग पर बल, कपड़ों और दीयों के लिए वोकल फार लोकल के लिए रखना है
9- खादी व कुटीर उद्योग में 60 फीसद और बिक्री में 90 फीसद इजाफा हुआ
10- घरों का गंदा पानी रोकने के लिए रामनगर में सीवज ट्रीटमेंट प्लांट काम कर रहा है। 50 हजार आबादी को लाभ मिल रहा है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशाल जनसैलाब को हर हर महादेव का उद्घोष कर हुए काशी से संबंधों को जोड़ा। उन्होंने हर हर महादेव, बाबा विश्वनाथ, माता अन्नपूर्णा की नगरी काशी की पुण्य भूमि के भाई और भगिनी लोगन के प्रणाम करते हुए दीवाली, देव दीपावली, अन्नकूट, भैया दूज, प्रकाशोत्सव, डाला छठ की शुभकामना दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कोने कोने से जुड़े हेल्थ प्रोफेशनल, मेंडिकल संस्थान के लोगों और सभी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में देश ने 100 करोड़ के पड़ाव को पूरा किया है। बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद और गंगा के अविरल प्रताप और काशी के अखंड विश्वास से सबको मुफ्त वैक्सीन आगे बढ़ रहा है। आज ही यूपी को 9 नए मेडिकल कालेज देने का अवसर मिला है। इससे पूर्वांचल और पूरे यूपी के करोड़ो समाज के वर्गों को फायदा होगा। दूसरे शहरों के बड़े अस्पतालों के लिए भागदौड़ कम होगी। उन्होंने मानस में सोरठा का उदाहरण देते हुए कहा कि काशी में शिव शक्ति साक्षात निवास करते हैं। ज्ञान काशी को कष्ट और क्लेश से मुक्त करती है तो स्वास्थ्य से जुडी योजना के लिए काशी से बेहतर जगह और क्या हो सकती है। आज इस मंच पर दो बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। एक भारत सरकार का भारत के लिए 64 हजार करोड़ से अधिक का काम काशी से लांच हो रहा है। दूसरा काशी और पूर्वांचल के कार्यक्रम। पहले और यहां के कार्यक्रम को मिला दें तो 75 हजार करोड़ का कार्यक्रम जारी किया गया है। काशी की योजनाओं में महादेव का आशीर्वाद है। जहां महादेव का आशीष है वहां सफलता ही सफलता है। महादेव की वजह से कष्टों से मुक्ति तय है। यूपी सहित देश के हेल्थ इंफ्राष्ट्रक्चर को ताकत देने, महामारी से बचाव के लिए तैयारी उच्च स्तर तक हो। हमारे हेल्थ सिस्टम में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता आए इसके लिए 64 हजार करोड़ से आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्टर मिशन शुरू करने का मौका मिला है। पांच हजार करोड़ की परियोजना का लोकार्पण किया गया है। सड़क से घाट, गंगा, वरुणा की साफ सफाई, पुल पार्किंग, बीएचयू की परियोजना त्योहारों के मौसम में जीवन को सुगम बनाने के लिए काशी के विकास पर्व को देश को ऊर्जा और विश्वास देने वाला है।
प्रधानमंत्री ने काशी सहित काशी की धरती से देश के 130 करोड़ जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शरीर को स्वस्थ करने का निवेश उत्तम माना गया है। आजादी के बाद आरोग्य और स्वास्थ्य सुविधा पर ध्यान नहीं दिया गया जितनी जरूरत थी। जिनकी लंबे समय तक सरकार रही उन्होंने हेल्थ सेक्टर को विकास की जगह सुविधाओं से वंचित रखा। गांव में अस्पताल नहीं, ब्लाक में टेस्ट की सुविधा नहीं था। जिला अस्पताल में गंभीर बीमारी का इलाज नहीं था। बड़े अस्पताल में लंबा इंतजार होता था। मरीज और परिवार परेशान रहता था। जिंदगी जूझने में चली जाती थी। कई बार गरीब पर आर्थिक बोझ अलग था। हेल्थ केयर सिस्टम में कमी की वजह से गरीब और मिडल क्लास चिंतित रहता था। योजना इसी कमी के लिए दूर का समाधान है। महामारी से निबटने में हम तैयार हों सक्षम हों। इसके लिए हेल्थ सिस्टम को तैयार किया जा रहा है। बीमारी पकड़ में आए जांच में देरी न हो। लक्ष्य है कि गांव से ब्लाक जिला रीजनल और नेशनल तक क्रिटिकल हेल्थ केयर मजबूत हो। हमारे नार्थ ईस्ट के राज्य हैं उनपर फोकस किया जा रहा है। मिशन के तीन पहलू हैं। डायग्नोस्टिक सिस्टम के तहत हेल्थ और वेलनेस सिस्टम के साथ बीमारी डिटेक्ट फ्री में किेया जाएगा।
सर्जरी से जुड़े नेटवर्क चौबीसों घंटे के लिए तैयार होंगे
समय पर बीमारी पता चलेगी तो गंभीर होने की आशंका कम होगी। उसके इलाज के लिए 600 से अधिक जिलों के क्रिटिकल केयर के लिए बेड तैयार किए जाएंगे। सवा सौ जिलों में रेफरल की सेवा। ट्रेनिंग और कैपेसिटी बिल्डिंग और अस्पताल में सुविधा बढ़ेगी। सर्जरी से जुड़े नेटवर्क चौबीसों घंटे के लिए तैयार होंगे। रोगों की जांच से जुड़ा टेस्टिंग नेटवर्क दूसरा बिंदु हैं। जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा। 730 जिलों में इंटीग्रेटेट सिस्टम डेवलप होगा। इस नेटवर्क को और सशक्त किया जाएगा। तीसरा पहलू रिसर्च संस्थानों को सशक्त बनाने का है। 80 बायो व रिसर्च लैब हैं इनको और बेहतर किया जाएगा। ऐसी 15 लैब को सक्रिय किया जाएगा। 4 नए वायरोलाजो लैब बनेगा। एक राष्ट्रीय संस्थान भी बनेगा। इसके माध्यम से देश के कोने कोने में इलाज से लेकर इको सिस्टम विकसित किया जाएगा। दशकों पहले यह होना था लेकिन हाल क्या है उसका वर्णन करने की जरूरत नहीं है। हम सात साल से बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं। मैने दिल्ली में पूरे देश के लिए गति शक्ति बड़ा इंफ्रास्ट्रक्टर को लांच किया था और आज यह दूसरा बड़ा हेल्थ को लेकर मिशन लेकर काशी से निकल रहे हैं। इससे रोजगार का भी वातावरण बनता है। एक बड़ा अस्पताल बनता है तो आसपास शहर बस जाता है। इसलिए यह मिशन स्वास्थ्य के साथ आर्थिक मिशन भी है जो सभी के लिए सुलभ और सस्ता हो यानि होलिस्टिक मिशन भी है। अनेक अभियानों ने देश को बीमार होने से बचाया है। आयुष्मान भारत योजना ने गरीबों का मुफ्त इलाज कराया है। हमसे पहले वर्षों तक सरकार में रहे उनके लिए स्वास्थ्य सेवा घोटालों और पैसा कमाने का जरिया रहा है। आज गरीब दलित शोषित वंचित और पिछड़ों का दर्द समझती है।
देश में डाक्टर आगे दस गुना मिलने जा रहे हैं
पहले जनता का पैसा घोटाले में जाता था आज बड़े प्रोजेक्ट में लग रहा है। आज महामारी से देश निपट रहा है और लाखों करोड़ का इंफ्रास्ट्रक्चर शुरू किया गया है। स्टाफ की संख्या भी बढ़ेगी। नए मेडिकल कालेज से सीटों में इजाफा होने से गरीब भी चिकित्सा क्षेत्र में नौकरी कर सकेगा। देश में डाक्टर आगे दस गुना मिलने जा रहे हैं। अधिक डाक्टर होंगे तो उतनी ही उपलब्धता आसान होगी। अभाव से आगे बढ़कर काम किया जा रहा है। अतीत में देश में या यूपी में जो काम हुआ वैसे काम होता तो काशी की हालत क्या होती। काशी को अपने हाल पर छोड़ रखा था। लटकते तार, सडक घाट गंगा जाम प्रदूषण सब चलता रहता। काशी का हृदय मन वही है बस प्रयास ईमानादार है। काशी में जितना काम हुआ उतना कई दशकों में नहीं हुआ।
देश में एक समर्पित इंफ्रास्ट्रक्चर न हो तो विकास की गति सुस्त रहती है
रिंग रोड न होने से जाम होता था। नो इंट्री खुलने का इंतजार बनारस वालों की आदत हो गई थी। कहीं भी आना जाना हो ता शहर वालों को परेशान करने की जरूरत नहीं। गाजीपुर तक जुड़ गई है। सर्विस रोड भी है। प्रयागराज, लखनऊ, बिहार तक कारोबार को गति मिलेगी। देश में एक समर्पित इंफ्रास्ट्रक्चर न हो तो विकास की गति सुस्त रहती है। अब एयरपोर्ट आने वालों को कालीन बनाने वालों को, विंध्याचल दर्शन करने वालों की सुविधा होगी। रेलवे स्टेशन पर बने लांज से सुविधा होगी। गंगा की स्वच्छता के लिए काम किया जा रहा है। आज हम अनुभव भी कर रहे हैं। घरों का गंदा पानी रोकने के लिए रामनगर में सीवज ट्रीटमेंट प्लांट काम कर रहा है। 50 हजार आबादी को लाभ मिल रहा है। वरुणा के लिए भी काम हो रहा है। उपेक्षित वरुणा अस्तित्व खो रही थी। आज साफ पानी वरुणा में जा रहा है। दोनों किनारे पाथवे रेलिंग बन रहे हैं। काशी व पूर्वांचल के किसानों के लिए सुविधा विकसित हुई है। पैकेजिंग प्रोसेसिंग और पेरिशेबल कार्गो बना है। उससे किसानों को सुविधा मिलेगी। सीएनजी प्लांट से खाद भी किसानों को मिलेगी। काशी में बीएचयू का दुनिया में श्रेष्ठता तकनीक से हेल्थ तक सुविधा तैयार हो रही है। सुवा साथी पढ़ाई के लिए आ रहे हैं।
मालवीय जी के विजन को साकार करने में मदद मिल रही
आवासीय सुविधा तैयार हो रही है। मालवीय जी के विजन को साकार करने में मदद मिल रही है। विकास के सभी प्रोजेक्ट संकल्प को सिद्ध कर रहे हैं। मिट्टी के कारीगर और बुनकरों के लिए खादी व कुटीर उद्योग में 60 फीसद और बिक्री में 90 फीसद इजाफा हुआ है। इस दीवाली हमें इनका भी ध्यान रखना है। कपड़ों और दीयों के लिए वोकल फार लोकल के लिए रखना है। तो सबकी दीवाली खुशियों से भर जाएगी। उत्पादन जिसमें पसीना और मिट्टी की सुगंध है, उसे खरीदेंगे तो गरीब को काम मिलेगा। बड़ा परिवर्तन हम ला सकते हैं।
यूपी में 36 जनपद ऐसे थे जहां आइसीयू नहीं था
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए वाराणसी के विकास सहित देश और प्रदेश के विकास की रूपरेखा खींंचने वाले पीएम नरेन्द्र मोदी की पहल और सौगात को दीपावली के पूर्व तोहफा बताया। उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व से पूर्व उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में “पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्राट्रक्चर मिशन” के रुप मे बहुत बड़ी सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया ने सात वर्षों में पीएम के कीर्तिमान बनाए हैं। बदलते भारत और श्रेष्ठ भारत के स्वरूप को देश और दुनिया को परिचित कराने और कोरोना का सामना करने के प्रयासों को शानदार बताया। फ्री में राशन, 100 करोड़ टीकाकरण के कार्य के लिए प्रधानमंत्री का स्वागत किया तथा कहा कि नए भारत के नए नए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ जुडने को सौभाग्य बताया। कहा कि 64 हजार करोड़ की परियोजना के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान यूपी में 36 जनपद ऐसे थे जहां आइसीयू नहीं था। कोविड जांच नहीं होती थी। उस समय प्रधानमंत्री के निर्देशन में पीएम केयर से जो मदद मिली, उससे यूपी के 75 जिलों में आइसीयू बना। 60 लैब से कोविड जांच शुरू हुई। यूपी में हर दिन 4 लाख कोविड टेस्ट संभव हुआ है। कोरोना के दूसरी लहर में भारत में कोरोना खतरा और तीसरी लहर में आक्सीजन प्लांट स्थापना को उपलब्धि बताया।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर भारत और यूपी के लिए अमृत के समान है। हमें स्वास्थ्य क्षेत्र को और मजबूत करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि काशी के प्रति प्रधानमंत्री की आत्मीयता और धरोहर का संरक्षण करने के प्रयास से लोग अवगत हैं।उन्होंने कहा कि काशी से जुड़ी परियोजनाओं से व्यापक स्तर पर जीवन और बेहतर होगा। इसमें सभी परियोजनाएं महत्वपूर्ण हैं। इससे पूर्वी यूपी, पूर्वी भारत और बिहार के लोग भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि विश्व क्षितिज के सामने काशी का विकास स्थापित हुआ हैं। पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर स्वास्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगा।
देश में प्रधानमंत्री की पहल से स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी सुधार हुआ : मनसुख मांडविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी कहा कि देश में प्रधानमंत्री की पहल से स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। खेलो इंडिया, फिट इंडिया, स्वच्छ भारत आदि के जरिए देश के हित में स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य परियोजनाओं के अलावा मेडिकल कालेज की संकल्पना की रूपरेखा भी पेश की। बीमारी के लिए खर्च को कम करने के लिए सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। बताया कि देश के 50 करोड़ लोगों के लिए आयुष्मान भारत योजना में लोगों को इलाज की सुविधा मिल रही है। देश में 22 नए एम्स बन रहे हैं, स्वास्थ्य सेवा के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन की शुरुआत कर रहे हैं। इसमें 64 हजार करोड़ रुपये के प्राविधान के तहत हर जिले को 90-100 करोड़ रुपये स्वास्थ्य के लिए मिल रहा है। इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने रिमोट बटन दबाकर “पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंटरसेक्शन मिशन” का शुभारंभ कर देशवासियों को समर्पित किया तथा तत्पश्चात रिमोट बटन दबाकर वाराणसी की 5189 करोड़ की 28 परियोजनाओं का लोकार्पण कर लोगों को समर्पित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0मनसुख मांडवीया, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय, उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर मृदुला जायसवाल, सांसद बीपी सरोज, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, एमएलसी अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक नील रतन पटेल “नीलू” सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं विशाल जनसैलाब उपस्थित रहा।