अगर स्कूल खोलने को लेकर सहमति बन जाती है तो नौवीं से 12वीं के लिए तैयार मानक संचालन प्रकिया (एसओपी) की तरह ही छठी से आठवीं तक के छात्रों के लिए भी एसओपी तैयार की जाएगी। आधिकारिक फैसला दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की सहमति के बाद ही लिया जाएगा।
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में अगले सप्ताह से कक्षा छठी से आठवीं तक के स्कूल खोले जा सकते हैं। शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छात्र लंबे समय से आनलाइन कक्षा पर ही निर्भर हैं। अब इन कक्षाओं के छात्रों की शैक्षणिक जरूरतों को देखते हुए इनके अभिभावक भी चाहते हैं कि स्कूलों को खोला जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अगले सप्ताह से स्कूल खोले जाने की संभावना है। हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक फैसला दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की सहमति के बाद ही लिया जाएगा। अगर स्कूल खोलने को लेकर सहमति बन जाती है तो नौवीं से 12वीं के लिए तैयार मानक संचालन प्रकिया (एसओपी) की तरह ही छठी से आठवीं तक के छात्रों के लिए भी एसओपी तैयार की जाएगी। एसओपी में कोरोना से बचाव के सभी नियमों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि स्कूल में कोरोना के सभी नियमों का पालन करते हुए छात्रों को 50 फीसद क्षमता के साथ स्कूल बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को नौवीं से 12वीं की तरह ही आनलाइन के साथ आफलाइन माध्यम से कक्षाएं संचालित करनी होंगी। उल्लेखनीय है कि नौवीं से 12वीं तक के स्कूल एक सितंबर से खुल गए थे। वहीं, शिक्षकों ने कहा कि छठी से आठवीं तक के लिए स्कूलों को खोल देना चाहिए।
गौरतलब है कि दिल्ली में फिलहाल 9वीं से 12वीं तक के स्कूल 50 फीसद छात्र क्षमता के साथ स्कूल खुल रहे हैं और शिफ्ट में कक्षाएं लगाई जा रही हैं। दो शिफ्ट के बीच में कम से कम 1 घंटे का अंतर रखा जा रहा है। स्कूल के अंदर सभी के लिए मास्क पहनना जरूरी है। कक्षा के भीतर सभी छात्र मास्क लगा रहे हैं और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा।
यह भी जानें
- शिक्षक और छात्रों की गेट पर थर्मल स्कैनिंग की जाएगी।
- स्कूल के अंदर मास्क पहनना जरूरी है।
- मास्क के बिना स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
- कक्षा में पर्याप्त वेंटिलेशन हो, इसका भी खास ख्याल रखा गया है।