दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कोरोना मामलों की संख्या में बढ़ोतरी पर चिंता जताई है। उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और बढ़ते मामलों से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं एवं अस्पतालों की तैयारियों में कोई भी कोताही न बरतने के लिए निर्देशित किया है।
नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कोरोना संक्रमण दर में भी इजाफा दर्ज किया जा रहा है। दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 4.11 प्रतिशत से बढ़कर अचानक 7.06 प्रतिशत हो गई थी। महज 8700 सैंपल की जांच होने के बावजूद सोमवार को कोरोना के 614 मामले सामने आए। अब मंगलवार को पाजिटिव केसों की संख्या एक हजार को पार कर गई। मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 1118 केस देखने को मिले। संक्रमण दर 6.50 दर्ज की गई है। 17710 टेस्ट किए गए थे। विभाग की ओर से दो मरीजों की मौत भी दर्ज की गई है।
बता दें कि इससे भी एक दिन पहले रविवार को कोरोना के 735 मामले सामने आए थे, तब 16,878 सैंपल की जांच हुई थी। इसके मुकाबले 48.45 प्रतिशत कम सैंपल की जांच होने के बावजूद 600 से अधिक मामले आए। वहीं, 24 घंटे में 495 मरीज ठीक हुए। राहत की बात यह है कि 24 घंटे में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई। कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण पिछले आठ दिन में 4803 मामले आ चुके हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 2561 हो गई है। कुछ मरीजों को अस्पतालों में भी भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है।
दूसरी ओर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कोरोना मामलों की संख्या में बढ़ोतरी पर चिंता जताई है। उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और बढ़ते मामलों से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं एवं अस्पतालों की तैयारियों में कोई भी कोताही न बरतने के लिए निर्देशित किया है। इसके साथ ही उपराज्यपाल ने कोरोना महामारी से सफलतापूर्वक लड़ने के लिए जांच, निगरानी, उपचार और टीकाकरण की रणनीति पर ध्यान केंद्रित के लिए कहा है। कोरोनावायरस के संक्रमण की मार को दिल्ली ने दो माह तक झेला है। उस दौरान बहुत अधिक एहतियात बरतने के बाद इस पर काबू पाया जा सका।