प्रेम संबंधों का विरोध करने पर गाजियाबाद में एक महिला ने अपने प्रेमी से अपने पत्नी की हत्या करा दी। बेटे की शिकायत के बाद रेशमा उसके प्रेमी साजिद व साजिद के सहयोगी परवेज पर हत्या का आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
गाजियाबाद, गाजियाबाद में प्रेम संबंध में बाधा बनने पर पति की हत्या कराने के आरोप में पुलिस ने महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार सुबह हापुड़ में पिलखुवा के सद्दीकपुरा मोहल्ला में रहने वाले मोइन का शव शाहपुर बम्हैटा के जगदीश गेट के पास मिला था। मोइन के बेटे आमिल ने अपनी मां रेशमा, उसके प्रेमी साजिद व साजिद के सहयोगी परवेज पर हत्या का आरोप लगा रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मंगलवार को पुलिस ने रेशमा व परवेज को गिरफ्तार कर लिया, जबकि साजिद व उसके सहयोगी फिरोज को पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई। डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि साजिद मीट कारोबारी है और फिरोज उसका सहयोगी व परवेज दोस्त है। दोनों साजिद के कहने पर ही साजिश में बिना किसी लेनदेन के शामिल हुए थे। साजिद और रेशमा के संबंध तीन साल से थे। दोनों को कई बार मोइन साथ में देख चुका था। 24 जनवरी 2023 को साजिद ने मोइन से मारपीट भी की थी। मोइन अपने पांच बच्चों की दुहाई देकर अक्सर रेशमा को साजिद से दूर रहने के लिए कहता था।
पूरे परिवार और आसपास के लोगों को भी इस बारे में पता चल गया था। इसी कारण साजिद व रेशमा ने मोइन को अपने रास्ते से हटाने की साजिश रची। रविवार रात मोइन साढ़े नौ बजे शाहपुर बम्हैटा में अपनी बाल काटने की दुकान बंद कर आटो में यहां बैठा और पिलखुवा में उतरकर पैदल ही घर की ओर जाने लगा। देर रात करीब 11 बजे घर के पास ही पुलिया के नीचे बैठे साजिद, परवेज और फिरोज ने उसे रोका और शर्ट का कपड़ा फाडकर गला दबा दिया।
गुमराह करने को शव दुकान के पास फेंका
एसीपी वेव सिटी रवि प्रकाश सिंह ने बताया कि हत्या के बाद परवेज फरार हो गया और साजिद व फिरोज ने एक कार मंगवाई और डिग्गी में शव रखकर मोइन की दुकान के पास ले गए। यहां सड़क किनारे उसका शव फेंक दिया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि कार कौन-सी और किसकी है? एनएच-नौ के कैमरों में रात सवा दो बजे एक सफेद रंग की सेडान कार जाती दिख रही है। पुलिस को गुमराह करने के लिए शव गाजियाबाद में फेंकने की साजिश रची थी, लेकिन फुटेज से पुलिस को पहले ही पता चल गया कि मोइन यहां से रात साढ़े नौ बजे ही निकल गया था।
पुलिस की सक्रियता पर सवालहत्या के बाद आरोपित पिलखुवा से 22 किमी दूर शव को फेंकने आए। इतनी दूरी तक आरोपितों को कहीं पुलिस नहीं मिली। इस मामले का पर्दाफाश होने के बाद दो अलग-अलग जनपदों की पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं। बार्डर पर पुलिस अक्सर चेकिंग का दावा करती है और बार्डर क्षेत्र को संवेदनशील भी माना जाता है। बावजूद इसके पुलिस इन्हें नहीं पकड़ पाई।