पाकिस्तान का एकबार फिर से तालिबान प्रेम जगजाहिर हुआ है। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद का कहना है कि तालिबानियों को सरकार बनाने और अपने देश के मामलों को चलाने के लिए समय दिया जाना चाहिए।
इस्लामाबाद, पाकिस्तान का एक बार फिर तालिबान प्रेम जगजाहिर हुआ है। पाकिस्तानी मंत्री शेख राशिद ने तालिबान को लेकर अपना प्रेम दिखाया है। शेख राशिद का कहना है कि तालिबान की सरकार को अफगानिस्तान को चलाने के लिए समय दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा है कि तालिबान को सरकार बनाने और अपने देश के मामलों को चलाने के लिए समय दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान अखबार डान की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने गुरुवार को इस्लामाबाद में शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी के साथ एक बैठक के दौरान ये टिप्पणी की।
इस हफ्ते की शुरुआत में ग्रैंडी ने देश के अंदर अफगानों और विदेश भाग गए शरणार्थियों के लिए “तत्काल और निरंतर” समर्थन की अपील की थी। बुधवार को अफगानिस्तान की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन के बाद ग्रैंडी ने कहा कि अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति निराशाजनक बनी हुई है।” इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बैठक के दौरान अफगानिस्तान से शरणार्थियों की वापसी और अफगान नागरिकों के लिए मानवीय सहायता से संबंधित मामलों पर चर्चा की गई।
तालिबान ने पिछले हफ्ते अफगानिस्तान में अंतरिम इस्लामिक सरकार का गठन किया। इस नई तालिबानी सरकार में कट्टरपंथियों को नियुक्त किया गया, जिन्होंने अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन के खिलाफ 20 साल की लड़ाई की देखरेख की। कई विशेषज्ञों का मानना है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के पीछे पाकिस्तान है और वो हर संभव मोर्चों पर तालिबान की मदद करता रहा है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अफगानिस्तान के लिए मानवीय मदद तेज कर दी है लेकिन अब तक किसी भी देश ने तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है। इस्लामाबाद में शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक बड़े मानवीय संकट को रोकने के लिए अफगानिस्तान के साथ जुड़ना चाहिए, जिसका वैश्विक प्रभाव पड़ेगा।