प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वैसे तो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं की कई बार फोन पर बातचीत हुई है लेकिन यह पहली बार होगा जब दोनों नेता आमने-सामने बैठक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
वाशिंगटन, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वैसे तो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं की कई बार फोन पर बातचीत हुई है लेकिन यह पहली बार होगा जब दोनों नेता आमने-सामने बैठक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अमेरिका की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति बाइडन क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले ओवल कार्यालय में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक को लेकर बेहद उत्सुक हैं। जानें इस बैठक में किन मुद्दों पर होगी चर्चा…
अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बैठक में दोनों नेताओं के आतंकवाद, कोरोना महामारी और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से मुकाबला, आर्थिक सहयोग और अफगानिस्तान समेत प्राथमिकता के कई मुद्दों पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा- हम कोरोना संकट, जलवायु परिवर्तन के संबंध में कई प्राथमिकता वाले मुद्दों को शामिल करेंगे। इस बैठक में हम प्रौद्योगिकी से जुड़े मुद्दों, आर्थिक सहयोग और व्यापार के साथ ही अफगानिस्तान के बारे में भी बातचीत करेंगे।
इससे पहले अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ पीएम मोदी की बैठक द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से बेहद उत्साहजनक रही है। हैरिस ने इस बैठक के दौरान आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया और उससे आतंकी संगठनों पर एक्शन लेने की मांग की। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह पाकिस्तान से आतंकवाद पर कार्रवाई करने के लिए कह रही हैं कि आतंकी संगठन भारत या अमेरिका को निशाना न बनाएं।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला बताया कि अमेरिका सीमा पार आतंकवाद के तथ्यों पर प्रधानमंत्री की ब्रीफिंग से सहमत है। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस इस तथ्य से भी सहमत हैं कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। उनका मानना है कि आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान के समर्थन पर लगाम लगाने के साथ ही उस पर बारीकी से नजर रखने की भी दरकार है। हैरिस ने आतंकवाद और साइबर अपराध समेत तमाम चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने का समर्थन किया है।
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर पूरी दुनिया की नजरें हैं। इस दौरे की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीन ने वाशिंगटन में हो रही अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के बीच क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले इस गठबंधन की आलोचना की। चीन का कहना है कि क्वाड का गठन समय की प्रवृत्ति के खिलाफ है। क्वाड को कोई समर्थन नहीं मिलेगा। बौखलाए चीन ने यह भी कहा कि क्वाड को किसी तीसरे देश और उसके हितों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।