पूर्व की सरकार में रक्षा मंत्री के चीफ आफ स्टाफ रहे भारतीय अमेरिकी काश पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच गहन प्रगाढ़ता व सम्मान था। यहां तक कि भारतीय सीमा पर चीनी आक्रामकता के खिलाफ भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर दोनों देश एकजुट रहे।
वाशिंगटन, प्रेट्र। पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन में अमेरिकी रक्षा मंत्री के चीफ आफ स्टाफ रहे भारतीय अमेरिकी काश पटेल का कहना है कि बाइडन प्रशासन के कार्यकाल में भारत और अमेरिका के संबंध कमजोर पड़ गए हैं।
ट्रंप की दोनों ह्यूस्टन व अहमदाबाद की रैलियों में शामिल रहे पटेल ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस बात की पूरी संभावना है कि 2024 के चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा, ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समय में दोनों देशों के बीच जो प्रगाढ़ता थी, वह अब बाइडन प्रशासन के समय में देखने को नहीं मिलती है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच गहन प्रगाढ़ता व सम्मान था। यहां तक कि भारतीय सीमा पर चीनी आक्रामकता के खिलाफ भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर दोनों देश एकजुट रहे। उन्होंने पाकिस्तान में आतंकवाद के मुद्दे और बंधक बनाए जाने के सवाल पर भी कड़ा प्रतिरोध किया। पटेल ने कहा कि दोनों नेता जानते थे कि उनके संबंध ही मजबूत नहीं हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी एक स्तर पर लाने से भारत और अमेरिका को साझा फायदा होगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट के बीच अमेरिका को एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है।