प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। पहली बार हुई इस आमने-सामने की बैठक के दौरान दोनों के बीच धरती को बेहतर बनाने के लिए उपायों पर चर्चा हुई। पढ़ें यह रिपोर्ट…
वैटिकन सिटी, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। पहली बार हुई इस आमने-सामने की बैठक के दौरान दोनों के बीच धरती को बेहतर बनाने के लिए उपायों पर चर्चा हुई। बैठक में जलवायु परिवर्तन से लड़ने और गरीबी को दूर करने जैसे कई गंभीर मसलों पर विचार विमर्श हुआ। नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनसे पोप फ्रांसिस ने साल 2013 में पोप बनने के बाद मुलाकात की है।
इससे पहले सन 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पोप जान पाल द्वितीय से मुलाकात की थी जब वह भारत आए थे। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता भी दिया। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी और पोप फ्रांसिस के बीच बैठक केवल 20 मिनट के लिए निर्धारित थी जो एक घंटे तक चली। इस बैठक के दौरान दोनों ने धरती को बेहतर बनाने के लिए जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से लड़ने और गरीबी दूर करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- संत पोप फ्रांसिस के साथ बहुत गर्मजोशी से मुलाकात हुई। मुझे उनके साथ कई मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला और उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित भी किया। वहीं वेटिकन प्रेस कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि पोप फ्रांसिस ने वेटिकन अपोस्टोलिक पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक वैटिकन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने वैटिकन सिटी के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पोप फ्रांसिस को भारत आने के लिए आमंत्रित किए जाने से केरल में कैथोलिक उत्साहित हैं। कार्डिनल बेसिलियोस क्लेमिस, सीरो-मलंकरा कैथोलिक चर्च के मेजर आर्कबिशप ने कहा कि हम सभी इस बात से बहुत उत्साहित और खुश हैं कि मोदी जी ने पोप को भारत आने का निमंत्रण दिया है। आम तौर पर भारत का ईसाई समुदाय पोप के भारत आगमन खास तौर पर केरल आने की प्रतीक्षा कर रहा है।