पोस्ट आफिस आलाधिकारी समय से नही पहुचाते लोगो के एटीएम कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य जरूरी दस्तावेज।

मोहान स्थित पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों का एक और कारनामा हुआ उजागर पोस्ट आफिस मोहान आलाधिकारी समय से नही पहुचाते लोगो के एटीएम कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य जरूरी दस्तावेज पोस्ट आफिस मोहान में जानकारी करने पर लोगों से करते हैं अभद्रता व कई महीनों तक नहीं भेजते लोगों के जरुरी कागजात।

आवाज़ –ए– लखनऊ ~ उन्नाव- संवाददाता

हसनगंज (उन्नाव)- तहसील क्षेत्र के मोहान स्थित पोस्ट आफिस कार्यालय के कर्मचारियों का एक और कारनामा सामने आया है नगर व आस पास के गांवों के लोग बैंको से जब अपना एटीएम कार्ड जारी करवाते हैं तो उन्हें बैंक एटीएम कार्ड भारतीय डाक के माध्यम से घर पहुचाती है पर मोहान स्थित पोस्ट आफिस कार्यालय के कर्मचारी महीनों तक इन एटीएम कार्ड को कस्टमर तक नही पहुंचाते बल्कि वापस बैंको को ये लिख कर भेज देते है कि इस नाम का व्यक्ति मिला नही या है नही , ऐसे ही ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड और आधार कार्ड को लेकर तो सूत्र बताते है कि किसी को भेजे ही नही जाते है जिसको लेकर नगर व आस पास के गांवों के लोगो मे भारी आक्रोश व्याप्त हो रहा है।
मोहान निवासी विनोद ने बताया मैने अपना एटीएम कार्ड मोहान स्थित बैंक ऑफ इंडिया में बनवाया था करीब तीन महीने बीत जाने के बाद भी जब एटीएम कार्ड घर नही पहुचा तो बैंक से जानकारी ली तो बैंक ने पोस्ट आफिस कार्यालय से सम्पर्क करने को कहा और जब पोस्ट आफिस में सम्पर्क किया तो कार्यालय के जिम्मेदारों ने एटीएम के बारे मे बताने के बजाए अभद्रता सुरु कर दी जिसके बाद मुझे बैंक से जारी एटीएम कार्ड निरस्त करवा दूसरा जारी करवाना पड़ा और जिसे मैंने बैंक से ही प्राप्त किया।
मोहान के ही राजकुमार ने बताया मैने मोहान की भारतीय स्टेट बैंक में खाता खुलवाकर एटीएम में बनवाया था जो मुझे डाक के माध्यम से मिलना था पर सालो बीत जाने के बाद भी मुझे एटीएम कार्ड नही मिला जिसके बाद मुझे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और बैंक में दूसरे एटीएम कार्ड की लिए आवेदन करना पड़ा है। मोहान के अरुण निगम ने बताया मोहान के पोस्ट आफिस कार्यालय में कन्या सुमंगला के अंतर्गत अपनी बेटियों का खाता खुलवाया था जिसमे पैसे जमा करने गया तो कोई कार्यालय में मिला नही कई बार जाने के बाद पैसे जमा हो पाए इसके अलावा मुझे एक और खाता डाक खाने में करवाना था जिसके लिए मुझे कार्यालय के हफ़्तों तक चक्कर काटने पड़े पर खाता नही खुल पाया अन्त में मैने खाता खुलवाने का विचार ही छोड़ दिया अरुण ने बताया इस दौरान कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा मेरे साथ काफी अभद्रता भी की गई।

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