फिनलैंड के नाटो में शामिल होने को लेकर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रूस ने कहा है कि फिनलैंड द्वारा उठाए गए इस कदम से यूक्रेन संघर्ष और बढ़ेगा। फिनलैंड के नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने के बाद रूस को इसके बदले कदम उठाने पर मजबूर किया जाएगा।
मास्को, रायटर्स। फिनलैंड के नाटो में शामिल होने को लेकर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रूस ने कहा है कि फिनलैंड द्वारा उठाए गए इस कदम से यूक्रेन संघर्ष और बढ़ेगा। क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा कि फिनलैंड के नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने के बाद रूस को इसके बदले कदम उठाने पर मजबूर किया जाएगा। वहीं, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि फिनलैंड के इस कदम से रूस-यूक्रेन संघर्ष को बढ़ावा मिलेगा।
रूस बारीकी से कर रहा निगरानीक्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि नाटो के विस्तार को लेकर मास्को ने लंबे समय से आलोचना की है। उन्होंने कहा, “फिनलैंड के इस कदम से हमारी सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों पर अतिक्रमण है। हम फिनलैंड में किसी भी नाटो सैन्य तैनाती को बारीकी से देखेंगे।” मालूम हो कि रूस और फिनलैंड आपस में 1,300 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं। साथ ही, मास्को ने कहा कि वह अपने पश्चिम और उत्तर पश्चिम सीमा पर तैनात सैनिकों को मजबूत करेगा।
फिनलैंड के कदम पर रूस ने दी प्रतिक्रियाबता दें कि फिनलैंड औपचारिक रूप से मंगलवार को सैन्य गठबंधन में शामिल होने वाला है। रूसी रक्षा मंत्री ने कहा कि नाटो में फिनलैंड के शामिल होने से यूक्रेन में जारी संघर्ष के विस्तार के जोखिम पैदा करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस कदम से रूस द्वारा यूक्रेन में जारी विशेष सैन्य अभियान पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। रूस का कहना है कि फरवरी 2022 में उन्होंने यूक्रेन में अपने सशस्त्र बलों को इसलिए भेजा, क्योंकि यूक्रेन को पश्चिम देशों द्वारा रूस को धमकी देने के लिए एक मंच के रूप में उपयोग किया जाना था।