हाल ही में उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अमेरिकी चुनौतियों और खतरों को कुचलने के लिए बधाई दी थी। जानें दोनों मुल्कों के नजदीकी रिश्तों पर विशेषज्ञों की राय….
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। यूक्रेन युद्ध के भड़कने के साथ ही उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जन्मदिन की बधाई दी। इतना ही नहीं किम ने पुतिन को अमेरिकी चुनौतियों और खतरों को कुचलने के लिए बधाई दी थी। अंतरराष्ट्रीय सियासत के जानकार इसे रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंधों को मजबूत करने का संकेत मान रहे हैं। प्रस्तुत है मौजूदा हालात पर एक रिपोर्ट…
दुनिया के एक और मोर्चे पर बढ़ा तनावसमाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया ने गुरुवार को भी कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च कीं। यही नहीं मिसाइलें दागने के साथ ही उत्तर कोरिया ने लड़ाकू विमान से बमबारी का अभ्यास भी किया। जवाब में दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान की नौसेना ने भी एकजुट होकर पूर्वी सागर में सैन्य अभ्यास किया। अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप के पास अपना एक विमान वाहक युद्धपोत भी तैनात कर दिया है। इससे कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका की मोर्चेबंदीमिसाइलों के परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया ने आठ लड़ाकू जेट और चार बमवर्षक से बमबारी का अभ्यास भी किया। उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों के जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी 30 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया। मौजूदा वक्त में ऐसी मोर्चेबंदी और सीमा पर प्योंगयांग के लड़ाकू विमानों के मंडराने से तनाव बढ़ गया है।
दुनिया में तेज हुई लामबंदीयूक्रेन पर हमले के बाद वैश्विक समीकरणों में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है। अमेरिका और उसके सहयोगी मुल्कों की ओर से रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के विरोध में चीन खड़ा नजर आ रहा है। पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को सार्वजनिक रूप से विभाजित देखा जा रहा है। ईरान भी रूस की ओर झुका नजर आ रहा है। अब बदले परिदृयय में उत्तर कोरिया का रूस की ओर झुकाव अमेरिका और उसके सहयोगी मुल्कों की चिंता को बढ़ा रहा है।
रूस के साथ बढ़ रही उत्तर कोरिया की नजदीकियांरायटर की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद उत्तर कोरिया की ओर से मास्को के समर्थन में प्रतिक्रियाएं आई हैं। उत्तर कोरिया दुनिया का इकलौता मुल्क था जिसने यूक्रेन से अलग किए गए क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने का एलान किया। रूस के प्रति समर्थन व्यक्त किया। व्लादिवोस्तोक में सुदूर पूर्वी संघीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एर्टोम लुकिन का कहना है कि उत्तर कोरिया ने रूस के साथ अपने संबंधों का वर्णन करने के लिए सामरिक और रणनीतिक सहयोग जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।