ब्रज में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, दीपावली पर अयोध्या के बाद अब 19 को काशी बिखेरेगी भव्यता

ब्रज रज महोत्सव में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ हेमा मालिनी जब से मथुरा की सांसद चुनी गइ हैं तब से यहां के विकास को लेकर चिंतित हैं। यहां के चहुंओर विकास के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

 

आगरा, ब्रज रज महोत्सव में शामिल होने के लिए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पहुंच चुके हैं। पवनहंस हेलीपैड पर उतरने के बाद वे सीधे पर्यटन सुविधा केंद्र पहुंचे। यहां संतों के साथ समागम करने के बाद अपने संबोधन की शुरुआत राधे रानी, यमुना महारानी और सब संतन की जय के साथ की।

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मुख्यमंत्री बोले कि  मेरी इच्छा थी कि जब पावन भूमि पर आऊं तो सन्तों का सानिध्य मिले। ब्रज रज उत्सव के लिए सांसद हेमा मालिनी ने विजयादशमी पर बुलाया था, लेकिन ये संभव नहीं हो सका। सन्तों के सानिध्य से कठिन से कठिन चुनौती महोत्सव में बदलती है। हमने कुम्भ पूर्व वैष्णव बैठक की थी। हमारे कार्यक्रम पर बिहारी लाल की कृपा हुई कि कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ। उस दौरान कोई कोरोना का संकट नहीं रहा। इसके बाद जय श्री राम के जयकारे के साथ संबोधन समाप्त हुआ। फिलहाल सीएम संतों संग भोजन पर बैठ गए हैं।

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भले ही योगी आदित्यनाथ एक मुख्यमंत्री हैं, लेकिन जब संत-महंतों के बीच पहुंचते हैं, तो पूरी तरह धर्म के रंग में रंग जाते हैं। बुधवार को संत-महंतों के साथ सामूहिक भाेजन के लिए जब सीएम बैठे तो माहौल गुरु शिष्य परंपरा को दर्शा रहा है। वहीं, संतों के बीच खासा उत्साह भी दिख रहा है। सात्विक भाेजन और धरती पर बैठकर धरती माता को सम्मान देने वाले सीएम कम ही होते हैं। ब्रज की रज पर कदम रखते ही सीएम योगी भक्ति भाव से परिपूर्ण हो जाते हैं। बिहारी जी के नाम स्मरण के साथ भक्ति का भाव उनकी आंखाें में झलकने लगता है।

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संतों के साथ भाेजन ग्रहण करने के बाद सीएम ने बिहारी लाल की जय, राधे रानी की जय और यमुना मैया गोमाता की जय के साथ ब्रज रज महोत्सव का उद्घाटन कर पावन धरा को नमन किया। उन्होंने कहा कि ब्रज क्षेत्र की रज हम सबके किये पावन है। सन्तों के सानिध्य में हम सबको यहां पर बिहारी लाल और राधा रानी की कृपा है। हम सौभग्यशाली हैं कि 2021 के प्रारम्भ में वैष्णव कुम्भ में इसी पवन धारा पर आए थे। संतों के आशीर्वाद से कुम्भ नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। यहां हुनर हाट का भी आयोजन भी किया गया। हेमा जबसे यहां से सांसद बनी हैं, यमुना की निर्मलता के लिये आवाज उठाती रही हैं। हर तीर्थस्थल के विकास को लेकर हेमा चिंतित हैं। ब्रज रज उत्सव 2021 के साथ हुनर हाट को भी जोड़ा गया है। हमने इस धरती के महात्म्य को रसखान के मुख से सुना है। ब्रज के विकास के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। दुनिया में इतना प्राचीन इतिहास किसी के पास नही है। इसकी पवित्रता को बनाये रखना हम सबका दायित्व है। देश के हुनर को भी यहां मंच दिया गया है। प्रतिभा जाति धर्म की मोहताज नहीं होती। ये इलाका ऐसे आयोजन के लिए संरक्षित कराया है। पीएम मोदी ने कोरोना काल में हमें कुछ मन्त्र दिए थे। किसी प्रधानमंत्री ने अपने लोगों के साथ इतना निकट सम्बन्ध नहीं बनाया।एक नारा दिया था आत्मनिर्भर भारत का। हुनर हाट में आए हस्तशिल्पी उसी का उदाहरण हैं। सीएम ने आगे कहा कि कई हुनरमंदों की कला उस काल खंड से भी जुड़ती होगी जब कृष्ण ने अपनी लीला को रचा होगा। उस कला का सम्म्मान किया जाना चाहिए। जो स्टाल यहां लगे हैं।

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राज्य सरकार ने कुछ तीर्थस्थल घोषित किया है। इनमें सवा चार सौ करोड़ से अधिक की योजनाओं को ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने धरातल ने उतारा। दीपावली पर अयोध्या में सबने देखा होगा। 19 को काशी में देव दीपावली उसी भव्यता के साथ हो रही है। श्री कृष्ण जन्मस्थली और लठामार होली का आयोजन भव्यता से होता है। मुख्यमंत्री ने सभी को ब्रज रज उत्सव की शुभकामनाएं देते हुए संबोधन समाप्त किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मेले का अवलोकन किया और मथुरा श्री कृष्ण जन्मस्थान पर जाकर पूजन अर्चन किया।

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