कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत जीत की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल जनवरी और फरवरी के महीनों में अब तक औसतन 10 से 12 हजार ही संक्रमण के नए मामले मिल रहे हैं। फिर भी महाराष्ट्र और केरल में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। महाराष्ट्र के बाद अब केरल में कुल मामलों का आंकड़ा 10 लाख के करीब पहुंच गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, रविवार शाम तक केरल में 9 लाख 99 हजार 524 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, महाराष्ट्र में यह संख्या 20.60 लाख के पार पहुंच चुकी है। देश के दो सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में केरल के मुकाबले महाराष्ट्र में कुल मामलों की संख्या दोगुनी से कुछ अधिक है।
हालांकि, आबादी के लिहाज से इसमें काफी अंतर है। वहीं, दक्षिणी राज्य कर्नाटक तीसरे पायदान पर है। यहां कोविड-19 के अब तक 9.44 लाख से अधिक मरीज मिले हैं।
सिर्फ छह राज्यों में हैं 86 फीसदी मामले
आंकड़ों के लिहाज से कोरोना के रोजाना मिलने वाले मामलों में करीब 86 फीसदी सिर्फ छह राज्यों में सामने आ रहे हैं। इनमें पिछले 24 घंटों में केरल में सर्वाधिक 5471 जबकि महाराष्ट्र में 3611 नए मामले मिले हैं। वहीं तमिलनाडु में 477, कर्नाटक में 419 मरीज मिले जबकि गुजरात में 279 और पंजाब में 260 मामले सामने आए हैं।
राज्यों में क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
अभी तक सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और केरल में दर्ज किए गए हैं। केरल में कुल मामलों की संख्या 10 लाख के करीब पहुंच गई है। वहीं महाराष्ट्र में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा 20 लाख के पार पहुंच गया है।
आपको बता दें इससे पहले शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटे में 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 से कोई मौत नहीं हुई है। इस दौरान तेलंगाना, ओड़िशा, झारखंड, पुडुचेरी, चंडीगढ़, नगालैंड, असम, मणिपुर, सिक्किम, मेघालय, लद्दाख, मिजोरम, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, त्रिपुरा, लक्षद्वीप, अरूणाचल प्रदेश और दमन एवं दीव तथा दादर एवं नागर हवेली में कोविड-19 से किसी की जान नहीं गई। इसके अलावा इसी समय में 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 के एक से पांच मरीजों की मौत हुई।