भारत से अचानक यूक्रेन पहुंचे जापान के प्रधानमंत्री किशिदा, रूसी आक्रमण की कड़ी निंदा की

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 21 मार्च को अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की।दोनों देशों ने द्विपक्षीय वार्ता की और व्यापक मुद्दों पर भी चर्चा की।

 

कीव, एजेंसी । नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 21 मार्च को अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की।

दोनों देशों ने द्विपक्षीय वार्ता की और व्यापक मुद्दों पर भी चर्चा की। इस बीच जापान के पीएम ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा की। किशिदा का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग शांतिदूत बनकर रूस पहुंचे है। बता दें कि यह पहली बार है कि जापान के पीएम एक युद्धग्रस्त देश का दौरा कर रहे है।

अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की नींव को कर रही कमजोरसंयुक्त बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता कानून के शासन पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की नींव को कमजोर कर रही है। यह न केवल यूरो-अटलांटिक क्षेत्र में बल्कि भारत-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा, शांति और स्थिरता के लिए सीधा खतरा पैदा कर रहा है।

 

कीव में शिखर बैठक के दौरान किशिदा और जेलेंस्की ने जापान और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय सहयोग की विशाल क्षमता को पहचानने पर भी सहमति व्यक्त की और द्विपक्षीय संबंधों को विशेष वैश्विक साझेदारी में उन्नत करने का निर्णय लिया।

रूस के अंधाधुंध हमलों की निंदानेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि वे रूस द्वारा यूक्रेन के क्षेत्रों पर अवैध रूप से कब्जा करने के प्रयास को मान्यता न देने की नीति के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध रहेंगे। जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी आधिकारिक संयुक्त बयान में कहा गया है कि रूस को तुरंत युद्ध खत्म कर देना चाहिए और यूक्रेन के पूरे क्षेत्र से सभी सैन्य बलों को बिना शर्त वापस लेना चाहिए। इसके अलावा, नेताओं ने रूस के अंधाधुंध हमलों की भी कड़ी निंदा की।

किशिदा करेंगे पोलैंड का दौरायूक्रेन के बाद किशिदा आज पोलैंड का दौरा करने वाले हैं और वहां के नेताओं के साथ शिखर बैठक करेंगे। यहां वे यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रामकता पर चर्चा करने के साथ-साथ द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि भी करेंगे।

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