भोजपुरी फिल्मों में एक्टर को दी जाती है ज्यादा तवज्जो, हीरो की डिमांड पर फाइनल होती हैं एक्ट्रेस

रिंकू घोष ने भोजपुरी के अलावा तेलुगु और हिंदी फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने भारत भाग्य विधाता तुमसे मिलके रॉंग नंबर मुंबई गॉडफादर चालाक उनकी कुछ हिंदी फिल्में हैं। रिंकू घोष ने मनोज तिवारी के साथ फिल्म ‘दरोगा बाबू आई लव यू’ की जिसे काफी पसंद किया गया।

 

भोजपुरी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री और बंगाली ब्यूटी रिंकू घोष आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। रिंकू ने अब तक अपने करियर में कई ​सुपरहिट भोजपुरी फिल्में दी है। भोजपुरी सिनेमा के अलावा रिंकू ने ​बॉलीवुड, तेलुगु और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है। रिंकू के प्रोफेशनल लाइफ के बारे में तो आज सब अच्छे से वाकिफ हैं, लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में कम लोग ही जानते हैं। आज हम आपको भोजपुरिया दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली रिंकू की पर्सनल लाइफ से आप सभी को रूबरू​ कराने जा रहे हैं।

 

आज की बोल्ड एक्ट्रेस बचपन में काफी शर्मीली थींरिंकू घोष आज अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं, लेकिन नेवी परिवार से होने की वजह से उन्हें बचपन से ही काफी अनुशासन में रहना सिखाया गया। पर्दे पर हम जिस बोल्ड और दबंग रिंकू घोष को देखते हैं, असल में वो बचपन में काफी शर्मीली थीं। उन्होंने बताया, ‘जब उनके घर में कोई आता था तब वो उनके सामने आने में भी काफी हिचकिचाती थीं। स्कूल में वो काफी शांत स्टूडेंट के तौर पर जानी जाती थीं।

मेहमान के जाने के बाद करती थीं उनकी नकलरिंकू घोष ने बताया कि जब उनके घर में कोई मेहमान आता था, तब वो भले ही उनके सामने जाने में शर्माती थीं, लेकिन जैसे ही मेहमान चले जाते थे। रिकूं उनकी नकल उतारकर सबको दिखती थीं। एक्ट्रेस का मानना है कि बचपन से ही उनके अंदर एक एक्टिंग का कीड़ा रहा है।

 

मां और मौसी से मिली डांस की प्रेरणाभोजपुरी एक्ट्रेस रिंकू ने बताया कि बचपन से ही उनका डांस से काफी जुड़ाव रहा है। उन्हें इंडियन डांस जैसे भरतनाट्यम, कथक और फोक डांस करना पसंद है। यही नहीं, रिंकू ने भरनाट्यम में विशारद किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें डांस की प्रेरणा उनकी मां और मौसी को देखकर मिली है। जब वो अपनी मां और मौसी को स्टेज पर डांस करते देखती थीं, उन्हें भी डांस से प्यार होने लगा था। उनकी मां एक इंडियन डांसर रही हैं। वो अपनी पढ़ाई से कहीं ज्यादा डांस पर फोकस करती थीं।

इस तरह मिला पहला ब्रेकरिंकू ने बताया, ‘उनकी मम्मी के एक दोस्त की मदद से उन्हें एक फेमस ब्रांड के विज्ञापन में काम का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने कई और विज्ञापनों में भी काम किया। विज्ञापनों में काम करने के बाद उन्हें दो साउथ की फिल्में भी ऑफर हुई थीं। इसके बाद ही उन्हें पहली हिंदी फिल्म ‘तुमसे मिलकर रॉन्ग नंबर’ मिली। इस फिल्म में कई हिट स्टार्स नजर आए थे।

ऐसे हुई भोजपुरी इंडस्ट्री में एंट्रीहिंदी फिल्म ‘तुमसे मिलकर रॉन्ग नंबर’ की शूटिंग के दौरान ही भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने डायरेक्टर सुनील सिन्हा सेट पर मौजूद थे। उन्हें उसी वक्त तय कर लिया था कि वो अपनी फिल्म में रिंकू को कास्ट करेंगे।​ सुनील ने 6 महीने बाद कॉल कर रिंकू को फिल्म में काम का ऑफर दिया। उस वक्त रिंकू ने पहले मना कर दिया था, लेकिन जब कहानी सुनी तो एक्ट्रेस काम करने के लिए तैयार हो गईं। रिंकू की पहली भोजपुरी फिल्म ‘सुहागन बना दे सजना हमार’ थी। इस मूवी में वो रवि किशन के साथ नजर आईं थी। इसके बाद रिंकू को एक के बाद एक कई भोजपुरी फिल्मों के ऑफर मिले।

आज आप भोजपुरी सिनेमा को कहां देखती हैंएक इंडस्ट्री जब खड़ी होती है, इसमें सबका योगदान होता है। इसे कोई एक इंसान खड़ा नहीं कर सकता है। सबसे ज्यादा तवज्जो हीरो को दिया जाता है, हालांकि अब चीजें धीरे-धीरे चेंज हो रही हैं। अब लोग कहानी को पर थोड़ा ध्यान दे रहे हैं, लेकिन कहीं न कहीं फिल्म मेकिंग को झटका तो लगा है।

हिरो के कहने पर रखी जाती हैं हीरोइनरिंकू ने बताया कि एक बार जब किसी एक्टर के साथ किसी हिरोइन की जोड़ी बन जाती है तब वो एक्टर सीधे कहता था कि मेरी फिल्म में उसी एक्ट्रेस को कास्ट करो। वहीं, कई साल पहले भी 50 लाख में फिल्में बनती थीं और भी इसका बजट कुछ ज्यादा नहीं बढ़ा है।

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