मालिक ने माना बेटा, उसने पहले की सेठ के बेटे की हत्या फिर एक करोड़ के जेवर ले भागा

एक व्यापारी ने जिसे अपने बेटे की तरह माना, लगातार पांच साल तक अपने घर पर रखा, खाने की फ्री सुविधा दी, अपनी फर्म में मुनीम बनाया उसी ने पहले सेठ के बेटे की हत्या कर दी उसके बाद एक करोड़ के जेवरात लेकर फरार हो गया।

घटना कर्नाटक की है, जहां राज्य के बिलाड़ा के मूल निवासी जगदीश सीरवी आभूषण के बदले उधार देने का कारोबार (पान ब्रोकर) करते हैं। जगदीश सीरवी को उसके मुनीम ने ही जिंदगीभर का दर्द दे दिया। मुनीम उनके 22 वर्षीय बेटे नरेंद्र की हत्या कर एक करोड़ के सोने-चांदी के जेवरात लूट ले गया। वारदात बुधवार दोपहर एक बजे कर्नाटक के यादगीर जिले के हुणसागी शहर में हुई।

पुलिस ने आरोपी मूलत: पाली के पृथ्वीपुरा निवासी किशोर (25) पुत्र कल्याणराम गोस्वामी और उसके साथी कर्नाटक के ही अजीत (26) को गिरफ्तार कर उनसे लूट का माल बरामद कर लिया। शुक्रवार को मृतक नरेंद्र का शव बिलाड़ा लाया गया और बाणगंगा पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।

हुणसागी के सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर दौलत एन. कुरी ने बताया कि हत्यारे डेढ़ किलो सोने व दस किलो चांदी के आभूषण लूट ले गए थे। वारदात के बाद वे पांच-छह किलोमीटर ही दूर बारूद रखने के पुराने भवन में छुप गए थे। सरगर्मी से तलाश में जुटी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा और लूटे गए आभूषण के साथ ही वारदात में प्रयुक्त चाकू व बाइक भी बरामद कर ली।

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