पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के निर्देशानुसार कोविड -19 गाइडलाइन्स/प्रोटोकाॅल के अनुपालन कराने हेतु पुलिस द्वारा सघन चैकिंग अभियान चलाये जा रहें हैं। पुलिस द्वारा लगातार कोविड-19 के नियमों का पालन न करने वालों को भी दण्डित किया जा रहा है।
नोएडा, आनलाइन डेस्क। प्रदेश में कोरोना वायरस की महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वो शारीरिक दूरी का पालन करें और मास्क जरूर लगाए। यदि बहुत जरूरी न हो तो वो घर से बाहर न निकलें। इस तरह की तमाम गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए सरकार की ओर से निर्देश भी दिए गए हैं। इसी क्रम में पुलिस की ओर से तमाम लोगों के चालान भी काटे गए हैं। इससे अब तक लाखों रुपये सरकार के पास जमा हो चुके हैं।
रविवार को पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में एक आदर्श मामला सामने आया। शहर में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के निर्देशानुसार कोविड -19 गाइडलाइन्स/प्रोटोकाॅल के अनुपालन कराने हेतु पुलिस द्वारा सघन चैकिंग अभियान चलाये जा रहें हैं। पुलिस द्वारा लगातार कोविड-19 के नियमों का पालन न करने वालों को भी दण्डित किया जा रहा है। अभियान के इसी क्रम में ड्यूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी द्वारा सही ढंग से मास्क न लगाने पर मौके पर मौजूद सहायक पुलिस आयुक्त सेन्ट्रल नोएडा प्रथम अब्दुल कादिर ने उनका चालान किया।
एसीपी की ओर से मुख्य आरक्षी मनोज कुमार का 1000 रूपये का चालान कर दण्डित किया गया। इस तरह की कार्यवाही का स्पष्ट संदेश है कि कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन केवल नागरिकों के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए है चाहे वो पुलिसकर्मी हो या कोई अन्य आदमी। ये सभी के लिए आवश्यक है और कोई भी इन नियमों का उल्लंघन करेगा वो जुर्माने से दण्डित होगा।
इस वजह से गौतमबुद्धनगर पुलिस की ओर से सभी से अपील की जाती है कि वो कोविड-19 गाइडलाइन्स/प्रोटोकाॅल का पालन करें और कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने की दिशा में मदद करें। पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के मीडिया सेल की ओर से कहा गया है कि यदि कोई भी नियमों का उल्लंघन करता पाया जायेगा तो पुलिस द्वारा उचित दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। वो चाहे उनका स्टाफ का ही सदस्य क्यों न हो।