मेरठ खरखौदा में पति से मामूली बात को लेकर हुए विवाद में पत्नी ने पहले घर के अंदर कपड़ों में आग लगाई। फिर दो बच्चों के साथ घर छोड़कर जंगल में चली गई वहां पर दुपटटा पेड़ से बांध मां ने दोनों बच्चों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी।
मेरठ, विवाहिता आयशा और दो नवजात बेटियों की दर्दनाक मौत से ग्रामीणों की रूह कांप गई। मुस्ताक और आयशा की प्रेम कहानी दर्द से भरी है। जिसका मंगलवार को दर्दनाक अंत हो गया। मुस्ताक ने बताया कि वह ट्रक चालक है। पांच साल पूर्व उसके मोबाईल नंबर पर एक मिस्ड कॉल आई, जो आयशा की थी। आयशा धौलाना थाना क्षेत्र के गांव बझेड़ा की रहने वाली थी। दोनों में बातें होती गई। एक वर्ष तक दोनों की बाते होती रही। दोनों एक दूसरे से मिले। दोनों की प्रेम कहानी आगे बढ़ती रही। चार वर्ष पूर्व दोनों ने कोर्ट में जाकर प्रेम विवाह कर लिया। दो वर्ष पूर्व आयशा ने बेटी आईफा को जन्म दिया। तभी से दोनों में विवाद रहने लगा। छह माह पूर्व दूसरी बेटी अलफिशा पैदा हुई। आयशा का परिवार के खर्च को लेकर पति से आय दिन विवाद रहने लगा। सूत्रों की मंगलवार को आयशा और उसकी दोनो बेटियों की दर्दनाक मौत से दोनों की प्रेम कहानी का अंत हो गया।
परिवार ने आने से किया इन्कार
पुलिस के द्वारा आयशा के मायके पक्ष को काल की गई। उसके बाद भाई ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। बताया जाता है कि उसका परिवार आयशा की मौत पर भी आना नहीं चाह रहा है। वह आयशा के प्रेम-विवाह करने से खफा चल रहे थे।
शवों को पेड़ पर लटके देखकर सिहर गए थे लोग
शीशम के पेड़ पर करीब 12 फीट ऊंचाई पर महिला ने दोनों को कैसे चढ़ाया होगा। बच्चों को चढ़ाने के बाद महिला खुद ही पेड़ पर कैसे चढ़ी। उसके बाद अकेली महिला ने एक साथ दोनों बच्चों के गले में दुपटटा बांधकर फांसी पर कैसे लटकाया। बच्चों को दुपटटे से फांसी पर लटकाया और खुद ही लटक गई। तीनों को एक साथ पेड़ पर लटके देखकर यकीन नहीं करेंगा की महिला ऐसा दुस्साहसिक कदम उठा सकती है। इसी के चलते पुलिस ने महिला के पति मुस्ताक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। मुस्ताक का कहना है कि ग्रामीणों से उसे आयशा और दोनों बच्चों के पेड़ पर लटके की सूचना मिली है। उसके बाद ही मुस्ताक मौके पर पहुंचा और पुलिस की मदद से शव को नीचे उतरवा कर पोस्मार्टम के लिए भेजा।