रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का शनिवार को 10वां दिन हैं। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला पहले से और तेज कर दिया है। यूक्रेन ने भी रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है।
कीव, एजेंसियां। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का शनिवार को 10वां दिन है। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया है। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ब्रसेल्स में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों ने ‘यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए समर्थन’ पर चर्चा की है।
भारतीयों सहित 30 हजार से अधिक लोगों को दी गई मदद
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच कई सारी संस्थाएं हैं जो मानवीय सहायता में लगी हुईं हैं। ऐसे ही एक सेवा इंटरनेशनल यूरोप के विनोद बी पिल्लई पूरे यूक्रेन में लोगों को भोजन और आश्रय के साथ मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास विभिन्न शहरों में वालटिंयर्स हैं जो भारतीयों सहित सभी की मदद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जारी हमलों के बीच अब तक भारतीयों सहित 30,000 से अधिक लोगों को मदद दी गई है।
यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों में युद्धविराम का पालन नहीं कर रहा रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने एक टेलीविजन प्रसारण में कहा कि रूस कुछ क्षेत्रों में एक सहमत युद्धविराम (agreed ceasefire) का पालन नहीं कर रहा है। नागरिकों को मारियुपोल जैसे प्रमुख शहरों से निकालने की अनुमति देने के लिए एक संयुक्त संयंत्र को विफल कर रहा है।
यूक्रेन में मानवीय संघर्षविराम पूरे देश में होना चाहिए: तुर्की
तुर्की ने भी यूक्रेन में संघर्षविराम की घोषणा किए जाने पर जोर डाला है। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कैवुसोग्लू ने कहा कि दो यूक्रेनी शहरों में रूस द्वारा घोषित मानवीय संघर्ष विराम देशभर में होना चाहिए और निकासी और सहायता शिपमेंट के लिए गलियारे पूरे देश में खोले जाने चाहिए। एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कैवुसोग्लू ने यह भी कहा कि युद्धविराम को स्थायी बनाया जाना चाहिए। यह कहते हुए कि अंकारा यूक्रेन में अपने नागरिकों को बस और ट्रेन से निकालने के लिए काम कर रहा है।